फाइनल में शतक लगाने के बाद मुशीर बोले- सचिन सर को बड़े स्क्रीन पर देखना प्रेरणा के लिए काफी था
रणजी ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई के युवा बल्लेबाज और सरफराज खान के भाई मुशीर खान ने शानदार शतक जड़ा। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के सामने उनका रिकॉर्ड तोड़ा। अपने इस शतक के बाद मुशीर काफी खुश हैं। उन्होंने कहा- मुझे पहले पता नहीं था कि सचिन सर स्टेडियम में मौजूद थे। मैं जब 60 रन पर बल्लेबाजी कर रहा था तब मैंने उन्हें बड़ी स्क्रीन पर देखा। इसने मुझे अच्छा करने के लिए प्रेरित किया क्योंकि वह मैच देख रहे थे और मुझे उन्हें प्रभावित करना था। मुशीर ने कहा- साझेदारी के दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे दो टेस्ट खिलाड़ियों के साथ बल्लेबाजी करने का मौका मिला। उनकी टीम का हर गेंदबाज अज्जू दादा (अजिंक्य रहाणे) को आउट करने की कोशिश कर रहा था। इससे मेरा काम आसान हो गया। मुशीर ने कहा- रणजी ट्रॉफी फाइनल में शतक बनाना मेरे लिए एक सपना था। अय्यर भाई जोर दे रहे थे कि हमें लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी है और मैच को विरोधी टीम की पहुंच से दूर ले जाना है। मैंने सरफराज भाई से बात की थी और उन्होंने मुझसे कहा था कि फाइनल में यह मेरे लिए अच्छा मौका है, जिसे हर कोई देख रहा है। अगर मैं यहां रन बनाऊंगा तो यह मेरे लिए भविष्य में बेहतर होगा। मुशीर खान ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में जोरदार शतकीय पारी खेली। उन्होंने 326 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 136 रन बनाए। मुशीर को हर्ष दुबे ने एलबीडब्ल्यू के जरिए आउट किया। मुंबई की पारी के 90वें ओवर में अपना प्रथम श्रेणी का दूसरा शतक पूरा किया। इससे पहले बड़ौदा के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने दोहरा शतक लगाया था। वसीम जाफर के बाद वह ऐसा करने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने। मुशीर खान ने रणजी के फाइनल में शतक लगाकर मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का 29 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। युवा बल्लेबाज ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। मुशीर ने 19 साल 14 दिन की उम्र में शतक लगाया। वहीं, सचिन तेंदुलकर ने अपने 22वें जन्मदिन से पहले पंजाब के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। दिलचस्प बात यह है कि सचिन के सामने मुशीर खान ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा। इस दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी मौजूद रहे।