किसानों को कृषि में विविधता लाने की आवश्यकता : प्रो. चौहान
श्रीनगर। एचएनबी गढ़वाल विवि के चौरास परिसर में पर्वतीय क्षेत्रों में सतत कृषि प्रणाली का प्रोत्साहन संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि पंतनगर के कुलपति प्रो. एमएस चौहान ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आयाम है। किसानों को कृषि में विविधता लाने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि गढ़वाल विवि के प्रो. एसपी सिंह ने एग्रो टूरिज्म और कृषि संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देकर सतत कृषि को अपनाने की बात पर जोर दिया। नाबार्ड के मुख्य प्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट ने नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने किया। संगोष्ठी के संयोजक एवं विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी प्रो. राजेंद्र सिंह नेगी, सह संयोजक डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि संगोष्ठी के पहले दिन 200 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के मुख्य प्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट, पूर्व निदेशक उद्यान विभाग बीर सिंह नेगी, पूर्व सलाहकार नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार विजेंद्र सिंह नेगी, प्रो. डीके सिंह पंतनगर मौजूद रहे।