अडाणी ग्रुप अगले वित्त-वर्ष में ₹1.2 लाख करोड़ निवेश करेगा 2024-25 में कैपिटल का 70% हिस्सा रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन के लिए खर्च होगा
अडाणी ग्रुप ने 1 अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष 2024-25 में अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए ₹1.2 लाख करोड़ से अधिक का निवेश करने की योजना बनाई है। यह निवेश एयरपोर्ट, एनर्जी, पोर्टस, कमोडिटी, सीमेंट और मीडिया बिजनेस में किया जाएगा।
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अगले 7-10 सालों में बिजनेस बढ़ाने के लिए ग्रुप ने 100 बिलियन डॉलर (करीब ₹8.29 लाख करोड़) के इन्वेस्टमेंट को दोगुना कर दिया है। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित कैपिटल एक्सपेंडिचर 2023-24 के मुकाबले 40% अधिक है।
रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन के लिए कैपिटल का 70% हिस्सा खर्च होगा
इससे पहले ग्रुप ने अगले 7 से 10 सालों में 100 बिलियन डॉलर के कैपिटल एक्सपेंडिचर की घोषणा की थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस निवेश का अधिकांश हिस्सा तेजी से बढ़ते बिजनेस- रिन्यूएबल एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन, एयरपोर्ट्स और पोर्टस में किया जाएगा।
रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन के लिए कैपिटल का 70% हिस्सा निवेश किया जाएगा। जबकि, 30% कैपिटल का ज्यादातर हिस्सा एयरपोर्ट्स और पोर्टस के लिए खर्च किया जाएगा।
दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल पार्क बना रहा अडाणी ग्रुप
अडाणी ग्रुप गुजरात के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल पार्क बना रहा है, जो 530 स्क्वायर किलोमीटर में फैला है। यह एरिया पेरिस शहर के साइज का 5 गुना है। वहीं, अडाणी ग्रुप देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट ऑपरेटर है। इसके पास 7 एयरपोर्ट – जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, गुवाहाटी, मुबंई,मंगलुरु और तिरुवनंतपुरम हैं। इसके साथ ही अडाणी ग्रुप दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सोलर एनर्जी कंपनी है।
एयरपोर्ट डेवलपमेंट पर ₹60,000 करोड़ खर्च करेगा अडाणी ग्रुप
हाल ही में अडाणी पोर्ट्स एंड सेज (SEZ) के CEO करण अडाणी ने बताया था कि अडाणी ग्रुप एयरपोर्ट बिजनेस में 60,000 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। अडाणी ग्रुप यह खर्च अगले 10 साल में रनवे, टैक्सीवे, एयरक्राफ्ट पार्किंग स्टैंड और टर्मिनल के साथ सिटी साइड इंफ्रास्ट्रक्चर पर करेगा।
ग्रुप ने बताया था कि एयरपोर्ट टर्मिनल और रनवे कैपेसिटी में अगले 5 साल में 30,000 करोड रुपए और सिटी साइड डेवलपमेंट के लिए अगले 10 साल में 30,000 करोड रुपए का निवेश किया जाना है।