पैदा होते ही एक्सचेंज हुई थीं रानी मुखर्जी:आमिर के ऑटोग्राफ के लिए स्कूल बंक किया, कहा था- मौका मिलता तो अमिताभ बच्चन से शादी
गुलाम, कुछ कुछ होता है, हर दिल जो प्यार करेगा, ब्लैक जैसी फिल्मों में नजर आ चुकीं रानी मुखर्जी आज 46 साल की हो चकी हैं। 21 मार्च 1978 को जन्मीं रानी मुखर्जी एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिनके पिता राम मुखर्जी एक जाने-माने प्रोड्यूसर थे और मां कृष्णा मुखर्जी एक सिंगर। फिल्में रानी की रगों में बसती थीं।
बचपन में रानी, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी, आमिर खान की फैन हुआ करती थीं। एक बार तो रानी स्कूल बंक कर आमिर खान का ऑटोग्राफ लेने उनकी फिल्म के सेट पर भी पहुंची थीं। किसे पता था कि वही रानी आमिर खान के साथ फिल्म कर स्टारडम हासिल करेंगी।
ये बात भी सच है कि रानी कभी फिल्मों में नहीं आना चाहती थीं, लेकिन जब पिता की बाइपास सर्जरी के बाद कमाई बंद हुई, तो उन्होंने परिवार की जिम्मेदारी उठाई और मां के कहने पर फिल्मों में आ गईं। हालांकि, ये सफर उनके लिए आसान नहीं रहा। जब उन्होंने पहला स्क्रीन टेस्ट दिया, तो वो इतना खराब था कि मां ने प्रोड्यूसर से कहा था- मेरी बेटी को कास्ट मत करना।
आज रानी के 46वें जन्मदिन के खास मौके पर पढ़िए उनके फिल्मों में आने की कहानी, चंद अनसुने किस्सों के साथ-
पैदा होते ही एक्सचेंज हो गई थीं रानी, मां ने आंखों से पहचाना बदला हुआ बच्चा
21 मार्च 1978 को रानी मुखर्जी का जन्म मुंबई में हुआ था। रानी की मां कृष्णा मुखर्जी ने उन्हें देखा और फिर उन्हें किड्म वॉर्ड में ले जाया गया। कुछ देर बाद जब नर्स ने कृष्णा मुखर्जी को बच्ची सौंपी, तो उसे देखते ही उन्हें शक होने लगा। जैसे ही उन्होंने गौर किया तो देखा कि बच्ची की आंखें गहरी भूरी नहीं है।
उन्होंने नर्स से कहा, ये मेरी बच्ची नहीं है। इस बच्ची की आंखें कथ्थई नहीं हैं, मेरी बेटी की आंखे कथ्थई हैं, जाओ उसे ढूंढ कर लाओ। वहीं दूसरी तरफ एक पंजाबी फैमिली को रानी सौंपी जा चुकी थीं। जब रानी की खोज शुरू हुई, तो पता चला कि रानी को एक पंजाबी परिवार के हवाले कर दिया गया है। रानी की मां उस वॉर्ड में गईं और बेटी को वापस ले आईं। ये कहानी रानी ने ABP न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में सुनाई थी।
आमिर के ऑटोग्राफ के लिए स्कूल बंक किया था, आमिर ने ध्यान नहीं दिया तो टूटा दिल
रानी ने मुंबई के मानेकजी कूपर हाई स्कूल से पढ़ाई की थी। उन्हें बचपन से ही फिल्में देखने का शौक था। अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित उनके पसंदीदा एक्टर्स हुआ करते थे। जब साल 1988 में आमिर खान की फिल्म कयामत से कयामत तक रिलीज हुई, तो देश की हर लड़की की तरह रानी मुखर्जी भी आमिर खान की फैन हो गईं।
एक दिन रानी को पता चला कि आमिर खान उनके स्कूल के पास ही फिल्म लव लव लव की शूटिंग कर रहे हैं। ऐसे में रानी ने स्कूल बंक किया और फिल्म के सेट पर पहुंच गईं। अपनी ऑटोग्राफ बुक में रानी ने आमिर के लिए ‘डियर आमिर’ लिखा था, उन्हें लगा कि आमिर ये देखकर खुश होंगे, लेकिन हुआ इसका उल्टा।
सेट पर आमिर ने रानी के हाथ से गुस्से में डायरी ली, साइन किया और डायरी लौटा दी। आमिर ने रानी को देखा तक नहीं, जिससे उन्हें काफी ठेस पहुंची थी।
एक दिन आती क्या खंडाला गाने की शूटिंग चल रही थी, तो मौका पाते ही रानी ने उनसे पूछ लिया, क्या तुम्हें याद है मैं बचपन में तुमसे ऑटोग्राफ लेने आई थी। जाहिर है आमिर को कुछ याद नहीं था, लेकिन जब रानी ने उन्हें ये किस्सा बताया, तो वो मानने को तैयार ही नहीं हुए और कहते रहे कि रानी मजाक कर रही हैं।
16 साल में ठुकराया था सलीम खान का ऑफर
रानी मुखर्जी फिल्मी परिवार से थीं, तो उनके परिवार का उठना-बैठना अक्सर फिल्म इंडस्ट्री के लोगों के साथ होता था। एक बार रानी मुखर्जी पर सलमान खान के पिता सलीम खान की नजर पड़ी। उन्होंने रानी को फिल्म आ गले लग जा का ऑफर दिया, लेकिन जब ये बात रानी के पिता राम मुखर्जी को पता चली, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया। वो नहीं चाहते थे कि महज 16 साल की उम्र में रानी पढ़ाई छोड़कर फिल्मों में आएं।
10वीं के बाद से ही रानी ने ओडिसी डांस की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। स्कूलिंग पूरी होने के बाद उन्होंने SNDT विमेंस यूनिवर्सिटी से होम साइंस की डिग्री ली थी।
रानी महज 18 साल की थीं, जब उनके पिता की बाईपास सर्जरी हुई। पिता की तबीयत बिगड़ी रहने लगी, तो उन्होंने काम करना लगभग बंद कर दिया, ऐसे में रानी मुखर्जी ने परिवार की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया। ठीक उसी समय सलीम खान ने फिर उन्हें फिल्म राजा की आएगी बारात का ऑफर दिया, तो न चाहते हुए भी मां के मनाने पर रानी ने वो ऑफर एक्सेप्ट कर लिया, जबकि उन्हें अभिनय में जरा भी दिलचस्पी नहीं थी।
जिस दिन फिल्म रिलीज हुई उस दिन रानी के पिता राम मुखर्जी अस्पताल में भर्ती थे, उनके बाईपास सर्जरी होनी थी, लेकिन वो जिद करने लगे कि रानी की फिल्म देखे बिना सर्जरी नहीं करवाएंगे। रानी ने जब उन्हें मना किया तो उन्होंने शर्त रखी कि वो हॉस्पिटल से निकलते ही सीधे गेएटी सिनेमा जाएंगे और फिल्म देखेंगे। जब वो हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए तो व्हीलचेयर से ही सीधे थिएटर पहुंचे। थिएटर में रानी के दमदार डायलॉग्स सुनकर हर कोई तालियां बजा रहा था, लेकिन राम मुखर्जी जोर-जोर से रो रहे थे।
फिल्म राजा की आएगी बारात बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी, जिससे रानी काफी निराश हो गईं। उन्होंने मान लिया कि फिल्मी दुनिया में उनकी दाल नहीं गलेगी। इसी विचार के साथ उन्होंने फिर कॉलेज जाना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद इस फिल्म के लिए रानी को स्क्रीन अवॉर्ड में बेहतरीन अभिनय के लिए स्पेशल ट्रॉफी दी गई। इसके बाद अपनी कजन काजोल से प्रेरित होकर रानी ने भी फिल्म इंडस्ट्री में करियर बनाने का फैसला कर लिया।
पहली फिल्म देखकर आमिर ने किया कास्ट, बदल दी थी आवाज
फिल्म राजा की आएगी बारात फिल्म में रानी मुखर्जी का दमदार अभिनय देखकर आमिर खान काफी इंप्रेस हुए थे। उन्होंने ही फिल्म के डायरेक्टर विक्रम भट्ट को रानी को कास्ट करने की सलाह दी थी। हालांकि, आमिर को रानी की आवाज पसंद नहीं थी। उन्होंने जब ये बात विक्रम भट्ट से कही, तो उनके कहने पर रानी की आवाज इस फिल्म में बदल दी गई। डबिंग आर्टिस्ट के जरिए फिल्म में उनकी आवाज पतली कर दी गई थी।
2014 की फिल्म मर्दानी के 4 साल बाद रानी मुखर्जी ने हिट फिल्म हिचकी से एक्टिंग कमबैक किया था। आगे वो मर्दानी 2 (2019), बंटी और बबली 2 (2021) और मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे (2023) में नजर आई हैं।
2021 में मां बनने वाली थीं रानी, 5 महीने के बच्चे का हुआ था मिसकैरेज
2023 में रानी मुखर्जी 14वें इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न का हिस्सा बनी थीं। इस दौरान उन्होंने अपने मिसकैरेज का खुलासा किया था। रानी ने बताया कि कोविड महामारी के बीच वो साल 2020 में प्रेग्नेंट हुई थीं। उनकी प्रेग्नेंसी को 5 महीने हो चुके थे, लेकिन फिर उनका मिसकैरेज हो गया। रानी ने इस बात को राज रखा, क्योंकि उनका मानना था कि लोग इसे फिल्म प्रमोशन की स्ट्रैटजी समझते।