विकासनगर उप जिला अस्पताल में एक ही पंजीकरण काउंटर, सुबह लग जाती है लंबी लाइन
विकासनगर। उप जिला अस्पताल में रोजाना करीब 600 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल में एक ही पंजीकरण काउंटर है। यहां निर्धारित समय से एक घंटा पहले ही मरीजों की कतार लग जाती है। कई मरीजों को पर्चा बनाने के लिए 45 मिनट से एक घंटे तक का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में चिकित्सक को दिखाने के बाद कई मरीजों की रेडियोलॉजी जांच नहीं हो पाती है। सामान्य पैथोलॉजी जांच की रिपोर्ट भी अगले दिन मिलती है। उप जिला अस्पताल विकासनगर पछवादून का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। यहां पछवादून ,जौनसार बावर, सीमांत उत्तरप्रदेश और हिमाचल प्रदेश से मरीज पहुंचते हैं। अस्पताल में सुबह सात बजे पंजीकरण काउंटर पर कतार लगनी शुरू हो जाती है। पंजीकरण और ओपीडी के निर्धारित समय आठ बजे तक काउंटर के बाहर मरीजों की लंबी कतार होती है। आठ बजे के बाद आने वाले मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। उसके बाद चिकित्सक को दिखाने जाते हैं तो वहां भी भीड़ का सामना करना पड़ता है। कई मरीजों का नंबर दोपहर दो बजे के बाद आता है। चिकित्सक मरीज को तो देख लेते हैं, लेकिन रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी जांच लिखने की स्थिति में ओपीडी का समय पूरा होने के चलते जांच नहीं हो पाती है। वहीं, सरकारी लैब में भी सुबह 11.00 बजे तक ही मरीजों के सैंपल लिए जाते हैं। उसके बाद अनुबंधित निजी लैब की ओर से सैंपल एकत्र किए जाते हैं। जांच रिपोर्ट अगले दिन मिलती है। ऐसे में मरीजों को सामान्य पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट के लिए भी अगले दिन का इंतजार करना पड़ता है।
उप जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय सिंह ने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या काफी है। अस्पताल में जगह का भी अभाव है। हमारी ओर से दो पंजीकरण काउंटर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।