लाहौल घाटी में उमड़ा पर्यटकों का जनसैलाब, मार्च में भी बर्फबारी का लुत्फ; आखिर कब बदलेगा मौसम
मनाली। बर्फ से ढके लाहौल घाटी के सभी पर्यटन स्थल पर्यटकों से चहक उठे हैं। सिस्सू से जिस्पा तक पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी है। पर्यटन नगरी मनाली में समर सीजन ने दस्तक दे दी है। समर सीजन के दस्तक देने से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल गए हैं। मनाली के सभी पर्यटन स्थलों में भी रौनक छा गई है। फरवरी व मार्च महीने में निकटवर्ती पर्यटन स्थल सोलंगनाला में हिमपात का क्रम जारी रहा है। अधिकतर समय सोलंगनाला ही सैलानियों का स्नो प्वाइंट रहा है। इससे स्थानीय लोगों का कारोबार बेहतर रहा है। पिछले कुछ दिनों से अब लाहौल घाटी पर्यटकों की पहली पसंद बन गई है। पर्यटन स्थल कोकसर हालांकि अभी पर्यटकों के लिए बहाल नहीं है लेकिन सिस्सू से जिस्पा तक के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों ने दस्तक दे दी है। लाहौल के पर्यटन कारोबारी पलजोर, दीपक, टशी व दोरजे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लाहौल घाटी पर्यटकों से गुलजार हो गई है।
उन्होंने बताया कि वीरवार को भारी संख्या में पर्यटक लाहौल घाटी पहुंचे। पर्यटकों ने एक ओर जहां सिस्सू मैदान में बिछी तीन से चार फीट बर्फ का आनंद लिया वहीं सड़क में बनी 40 फीट बर्फ की ऊंची दीवार में फोटो ग्राफी का आनंद लिया।
उन्होंने बताया कि लाहौल घाटी की चोटियों में हिमपात शुरु हो गया है जबकि घाटी में भी हिमपात की उम्मीद बढ़ गई है। एसपी लाहौल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि लाहौल के सभी पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए बहाल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटकों को जिस्पा तक भेजा जा रहा है। जल्द ही कोकसर पर्यटन स्थल भी पर्यटकों के लिए बहाल हो जाएगा।
पर्यटन नगरी मनाली व लाहुल घाटी में मौसम ने फिर करवट बदली है। वीरवार दोपहर बाद रोहतांग दर्रे सहित सभी ऊंची चोटियों में हिमपात हुआ। मनाली में दिनभर बादल छाए रहे। शिंकुला, कुंजम व बारालाचा दर्रे में बर्फ की परत बिछ गई है। शिंकुला व बारालाचा दर्रे में बीआरओ की सड़क बहाली प्रभावित हुई है।
दारचा से बारालाचा दर्रे की ओर बढ़ते हुए बीआरओ जिंगजिंगबार से आगे निकल गया है। वीरवार दोपहर बाद बारालाचा दर्रे में भी बर्फ के फाहे गिरे। बीआरओ योजक परियोजना के निदेशक कर्नल विकास गुलिया ने बताया कि शिंकुला दर्रे में हिमपात शुरू हो गया है। मौसम ने साथ दिया तो 30 या 31 मार्च को शिंकुला दर्रा वाहनों के लिए बहाल हो जाएगा।