इस लोकसभा सीट पर भिड़ेंगे पुराने धुरंधर, चार सीटों पर छह नए चेहरे; पुराने दिग्गज हो रहे किनारे
उत्तराखंड कांग्रेस और भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का दौर शुरू हो चुका है। प्रदेश की दोनों ही प्रमुख पार्टियां पुराने दिग्गजों से धीरे-धीरे किनारा कर रही हैं, ताकि नए चेहरों को मौका मिले। इसी का नतीजा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य की केवल अल्मोड़ा सीट पर ही पुराने प्रतिद्वंद्वियों अजय टम्टा और प्रदीप टम्टा के बीच टक्कर होने जा रही है। हरिद्वार और पौड़ी सीट पर दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, जबकि नैनीताल और टिहरी सीट पर भाजपा के प्रत्याशियों के मुकाबले कांग्रेस ने नए चेहरों को मैदान में उतारा है। सबसे अधिक दिलचस्प यह है कि पांचों सीटों पर दोनों ही बड़ी पार्टियों के छह चेहरे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने को लेकर दोनों ही पार्टियों ने किस तरह से सियासी गुणा-भाग किया, पढ़िए अमर उजाला की पड़ताल करती हुई रिपोर्ट. 2012 का उपचुनाव जीतने के बाद से बीजेपी की माला राज्यलक्ष्मी शाह टिहरी लोकसभा सीट से लगातार कांग्रेस प्रत्याशी को परास्त कर रही हैं। उनसे मुकाबला करने के लिए इस बार कांग्रेस ने दो बार मसूरी से विधायक रहे जोत सिंह गुनसोला को चुनावी मैदान में उतारा है। गुनसोला पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। 1991 से 2006 तक इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा। टिहरी राजघराने के मानवेंद्र शाह बीजेपी के टिकट से लगातार पांच चुनाव जीते। मानवेंद्र शाह के निधन के बाद 2007 में हुए उपचुनाव में पहली बार विजय बहुगुणा को जीत मिली। इसके बाद 2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के विजय बहुगुणा फिर से जीतकर लोकसभा पहुंचे। बहुगुणा के सीएम बनने के बाद हुए उपचुनाव में भाजपा ने फिर इस सीट पर कब्जा जमा लिया।