उद्यमिता विकास के लिए तलाशे जाएं पर्यटन के रास्ते
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पं. ललित मोहन शर्मा ऋषिकेश परिसर में आयोजित उद्यमिता विकास कार्यक्रम के 11वें दिन छात्रों ने एक होमस्टे का दौरा किया। जिसमें विशेषज्ञों ने उद्यमिता और सतत विकास पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। बुधवार को कार्यक्रम में उद्यमिता विशेषज्ञ सिद्धार्थ रावत ने छात्रों को पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने वाले स्थायी व्यवसाय मॉडल विकसित करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि जिम्मेदार पर्यटन के लिए रास्ते तलाशें। जिससे मानवीय गतिविधियों और प्राकृतिक पर्यावरण के बीच जटिल संतुलन बना रहे। वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय की डीन प्रो. कंचनलता सिन्हा ने उद्यमों में स्थिरता और सामाजिक जिम्मेदारी के सिद्धांतों को शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल अधिकारी प्रो. अनिता तोमर ने सामाजिक रूप से जागरूक उद्यमियों की एक पीढ़ी को बढ़ावा देने में शिक्षा की भूमिका को रेखांकित किया। कहा कि यह नवाचार और नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम है। विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने हिमालयी क्षेत्र में वैकल्पिक जीवनशैली और उद्यमशीलता के अवसरों का पता लगाने की पहल के लिए छात्रों को बधाई दी। परिसर निदेशक प्रो. एमएस रावत ने छात्रों को उद्यमशीलता के प्रयासों की क्षमता को पहचानने के लिए प्रोत्साहित किया।