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मौसम ने बढ़ाई किसानों-बागवानों की चिंता, IMD ने अगले 48 घंटे को लेकर की ये बड़ी भविष्यवाणी

शिमला।  प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात व निचले क्षेत्रों में वर्षा से अधिकतम तापमान में पांच से 15 डिग्री से सेल्सियस की गिरावट आई है। इससे फिर से ठंड का एहसास हो रहा है। वर्षा व तूफान के कारण किसानों व बागवानों की चिंता बढ़ गई है। कुल्लू जिला में तूफान से पलम, खुमानी और आड़ू के पौधों के फूल झड़ गए हैं। इससे आने वाले सीजन में सेब की कम पैदावार की संभावना है। खेतों में पकने के लिए तैयार गेहूं की फसल को तूफान के कारण नुकसान पहुंच सकता है। गेहूं की फसल की कटाई का समय भी नजदीक आ रहा है। इस कारण किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। रविवार को रोहतांग दर्रे में तीन इंच हिमपात हुआ है। इसके अलावा शिंकुला व बारालाचा में दिनभर हिमपात का क्रम जारी रहा।

अटल टनल रोहतांग के दोनों पोर्टल में बर्फ के फाहे गिरे हैं। मनाली में प्रदेश में सबसे अधिक 15 मिलीमीटर, बिलासपुर में नौ मिलीमीटर, जबकि अन्य स्थानों में तीन से पांच मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में आठ स्थानों में 10 डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।

सबसे अधिक गिरावट कुल्लू के सेऊबाग में 14.8, भुंतर में 14, बिलासपुर में 12.6, मनाली में 12.5, मंडी में 12, सुंदरनगर व हमीरपुर में 11.8, बिलासपुर के बरठीं में 10.6 डिग्री की गिरावट आई है। प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 116 सड़कें बंद हैं।

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में ओलावृष्टि व वर्षा के साथ ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात की संभावना जताई है। 40 किलोमीटर की गति से आंधी चलने के लिए आरेंज व येलो अलर्ट जारी किया है।

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