मैक्सवेल ने कहा- पावरप्ले के बाद हमारी बल्लेबाजी में थोड़ी कमी है, जो पिछले कुछ सत्रों में मेरी ताकत रही है। हालांकि, अब मुझे लगा कि मैं बल्ले के साथ सकारात्मक तरीके से टीम को योगदान नहीं दे पा रहा था। यही वजह है कि परिणाम और टीम की स्थिति अच्छी नहीं है और हम सबसे नीचे हैं। मुझे लगता है कि यह किसी और को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देने का एक अच्छा समय है और उम्मीद है कोई उस स्थान को अपना बना सकता है।
यह पहली बार नहीं है जब मैक्सवेल ने मानसिक थकान के कारण खेल से ब्रेक लिया है। हालांकि, अब जब उनके लिए चीजें सही नहीं चल रही हैं तो उन्होंने ब्रेक लेने का फैसला लिया है और फ्रेंचाइजी को अन्य विकल्पों का उपयोग करने की सलाह दी है। मैक्सवेल इस ब्रेक का इस्तेमाल कर और मजबूती और ताकत के साथ वापसी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘टी20 क्रिकेट में कभी-कभी ऐसा हो सकता है। यह काफी विचित्र खेल है। अगर आप पहले मैच को भी देखो तो मैंने अच्छा खेलने की कोशिश की। मैंने लेंथ को अच्छे से पिक किया। मुझे लगा कि मैं स्कोर कर सकता हूं, लेकिन अपने बल्ले का चेहरा ज्यादा खोल दिया। जब आप अच्छा कर रहे होते हैं, तो उन अवसरों पर चौके लगते हैं। मैक्सवेल ने कहा- मैं शायद अभी क्रिकेट से दूर नहीं हुआ हूं। मेरे लिए चीजें अभी भी उतनी ही सरल हैं। पहले कुछ मैचों में मुझे लगता है कि मैंने काफी अच्छे फैसले लिए, लेकिन मैं अभी इस स्थिति से बाहर निकलने के तरीके ढूंढ रहा हूं। यह टी20 क्रिकेट में हो सकता है और जब इस तरह की स्थिति होती है तो आप काफी कोशिश करते हो और खेल की बेसिक्स भूल जाते हो।
इससे पहले भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भी मैक्सवेल के आईपीएल में खराब प्रदर्शन के लिए आलोचना करते हुए कहा था कि वह तेज गेंदबाजों को नहीं खेल पा रहे हैं। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, ‘वह तेज गेंदबाजी नहीं खेल पा रहे हैं। उनकी छाती या कंधे की ऊंचाई पर आने वाली गेंदें उन्हें परेशान कर रही हैं। वह अपनी कमर की ऊंचाई से नीचे की हर गेंद को मार सकते हैं, लेकिन उससे ऊपर की गेंद को नहीं। मैक्सवेल ने इस सीजन अब तक छह मैचों में 5.33 की औसत और 94.12 के स्ट्राइक रेट से 32 रन बना पाए हैं। इससे पहले साल 2020 में भी वह खराब फॉर्म से गुजरे थे। तब वह किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते थे। उन्होंने तब 11 पारियों में 15.42 की औसत और 101.88 के स्ट्राइक रेट से केवल 108 रन ही बनाए थे। उन्होंने उस साल एक भी छक्का नहीं लगाया था। 2015, 2016 और 2018 में भी मैक्सवेल खराब फॉर्म से गुजरे थे।
2018 में वह 12 मैचों में 14.08 की औसत और 140.83 के स्ट्राइक रेट से 169 रन, 2016 में 11 मैचों में 19.88 की औसत और 144.35 के स्ट्राइक रेट से 179 रन और 2015 में 11 मैचों में 13.18 की औसत और 129.46 के स्ट्राइक रेट से 145 रन बनाए थे। उनके ओवरऑल आईपीएल रिकॉर्ड की बात करें तो मैक्सवेल ने 130 मैचों में 25.24 की औसत और 156.40 के स्ट्राइक रेट से 2751 रन बनाए हैं। इनमें 18 अर्धशतक शामिल हैं। मैक्सवेल के लिए सबसे शानदार सीजन 2014 रहा था। तब उन्होंने 16 मैचों में 34.50 की औसत से 187.75 के स्ट्राइक रेट से 552 रन बनाए थे।