नैनीताल के जंगलों में आग का धधकना जारी, गांव तक पहुंची वनाग्नि; धुंध ने बढ़ाई परेशानी
पिथौरागढ़। जिले में कुछ स्थानों पर जंगल की आग विकराल हो चुकी है। यहां सिलोनी ग्राम पंचायत के तोक नासूल में वनाग्नि की चपेट में दो परिवारों के संयुक्त मकान आ गया। जिला मुख्यालय से पहुंची दमकल टीम ने समय रहते भीषण आग पर काबू पा लिया। हालांकि इस बीच मकान की छत व घास के ढेर जल गए। शनिवार देर सांय तहसील पिथौरागढ़ के दूरस्थ गांव सिलोनी में जंगल की आग के गांव तक पहुंचने और दो परिवारों के संयुक्त मकान के आग की चपेट में आने की दमकल विभाग को सूचना मिली। सूचना मिलते ही अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में दमकल टीम गांव को रवाना हुई। गांव पहुंचने पर देखा कि जंगल की आग गांव के नासूल तोक पहुंच चुकी है। वनाग्नि की चपेट में आने से खिलानंद जोशी और देवेंद्र जोशी के पुरानी शैली में बने मकान में आग लग गई थी। फायर यूनिट द्वारा तत्काल एमएफई से पंपिंग कर आग को बुझाया। आग से भवनस्वामियों की मकान की छत और सूखी घास नष्ट हो गई। दमकल विभाग द्वारा आग पर काबू पाए जाने से संयुक्त मकान राख होने से बच गया। इसके बाद दमकल कर्मियों द्वारा वनाग्नि की घटनाओं कीर रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए ग्रामीणों को जागरूक किया। ग्रामीणों को किसी भी तरह की आग की घटना होने पर तत्काल 112 नंबर के माध्यम से फायर ब्रिगेड को सूचना देने को कहा गया। सोमवार को मौसम दिनभर रंग बदलता रहा। सुबह की शुरुआत बादलों से हुई। दिन में बादल छट गए। हालांकि जंगलों की आग की वजह से पर्वतीय क्षेत्र में धुंध छाई रही। जंगलों की आग व धूप की वजह से तापमान में तेजी आई है। सोमवार को चंपावत जिला मुख्यालय का अधिकतम तामपान 27.7 डिग्री व न्यूनतम 10.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
टनकपुर का अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 39.4 डिग्री व 29.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिन पिथौरागढ़ व बागेश्वर में कहीं-कहीं बूंदाबांदी और चंपावत समेत शेष कुमाऊं में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है।
गनाई, ग्वेलचौड़ा, बौनीगाड़, पीपलधार, जमणियां, रामपुर, नागाड़, गड़स्यारी, नौगांव, बसीगाड़, मिरई व तड़ागताल समेत आसपास के जंगलों में रविवार दोपहर बाद आग लग गई। जो तेज लपटों के साथ आगे बढ़ती चली गई। देर रात तक जंगल जलते रहे। कई स्थानों पर आग का विकराल रूप देखा गया।
देर सायं गनाई व ग्वेलचौड़ा के जंगलों में लगी आग बस्ती की ओर बढ़ने लगी, इससे गांवों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आनन-फानन में महिलाएं व युवाओं ने मौके पर पहुंच कर कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया। इससे खतरा टल गया। सोमवार को पीपलधार, बौनीगाड़, जमणियां, रामपुर, नौगांव-अखोड़िया, मिरई, बसीगाड़, गड़स्यारी समेत आसपास के दूरस्थ जंगल आग की चपेट में हैं। इससे चारों ओर धुंध का प्रकोप है।