फेल या पास होना जिंदगी का एक हिस्सा, तनाव न लें : प्रो संतोष
त्तराखंड शिक्षा परिषद बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम घोषित हो गए हैं। अच्छे अंकों से परीक्षा पास करने वाले छात्र उत्साहित हैं तो कम अंक प्राप्त करने या फेल होने वाले मायूस हैं। एम्स के कम्युनिटी एंड फैमिली मेडिसिन यूथ वेलनेस एक्सपर्ट एडिशनल प्रो. संतोष कुमार ने कम अंक आने से तनाव ग्रस्त छात्रों के लिए सुझाव दिए हैं। प्रो. संतोष कुमार ने कहा कि जीवन जीने की कला ही असली सफलता है। सुख और दुख तो केवल जिंदगी के दो पहलू हैं। तनाव में आकर छात्र जिंदगी जीने के आयाम को समझ नहीं पाते हैं। ऐसा कदम उठा लेते हैं जो कि सही मायने में असफलता है। कहा कि तनाव ग्रस्त या फिर अत्यधिक खुश होने से मस्तिष्क पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। दोनों ही अवस्था में मस्तिष्क की सोचने, समझने तथा निर्णय लेने की क्षमता में भी प्रभाव पड़ता है। सफलता और असफलता का मापदंड सिर्फ आपकी सोच पर निर्भर करता है। जिंदगी के हर पहलू पर इसे हर व्यक्ति को सामना करना पड़ता है। चाहे फिर वह बोर्ड का रिजल्ट हो या फिर चंद्रयान-3 का चंद्रमा की कक्षा में स्थापित होना।कहा है कि पढ़ाई या किसी विषय में फेल या पास हो जाना जिंदगी का एक हिस्सा हो सकता है। इसलिए आप अपनी असफलता के लिए खुद को जिम्मेदार न समझें। सफलता और असफलता को चुनौती लेकर सामना करें। हमेशा अपने उद्देश्य के लिए खड़े रहें। फेल होना या कम नंबर प्राप्त करना यह आपको बिल्कुल नहीं दर्शाता है।