डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर शासन ने जारी की गाइड लाइन
डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर शासन ने गाइड लाइन जारी कर दी है। इसमें डेंगू और चिकिनगुनिया की रोकथाम और नियंत्रण के लिए अभी से प्रयास किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। निकायों को कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व नियमित रूप से फॉगिंग कराए जाने को कहा गया है। जबकि सरकारी अस्पतालों को डेंगू की जांच के लिए कीट व उपचार की पूरी व्यवस्था करने को कहा गया है। डेंगू व चिकनगुनिया रोग का वेक्टर एडिज मच्छर है। बरसात में यह मच्छर एक्टिव हो जाता है। जुलाई से लेकर नवंबर माह तक डेंगू फैलता है। पिछले साल भी हरिद्वार जिले में डेंगू ने कहर बरपाया था। सरकारी आंकड़ों में ही डेंगू पीड़ितों की संख्या 690 रही। इसमें एक मरीज की डेंगू से मौत की पुष्टि भी विभाग ने की थी। जबकि आंकड़ा इससे काफी अधिक था। डेंगू और चिकनगुनिया के इसी प्रकोप को देखते हुए इस बार शासन ने अभी से डेंगू की रोकथाम और इस पर नियंत्रण को निर्देश जारी कर दिए। उत्तराखंड शासन चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने डेंगू और चिकनगुनिया को लेकर सभी जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं। ताकि डेंगू फैलाने वाले मच्छर को समय से पहले नियंत्रित किया जा सके।
डेंगू को लेकर शासन ने एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है। ताकि यदि कोई कोई केस आता है या फिर इससे जुड़ी कोई जानकारी होती है तो टोल फ्री नंबर के माध्यम से इसकी जानकारी दी जा सके। टोल फ्री नंबर 104 जारी किया गया है। इस नंबर पर डेंगू से जुड़ी सभी जानकारी मिल सकेगी।
डेंगू न फैले। लोग इसकी पहचान कर इसे नष्ट कर सके। इसके लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए पंफ्लेट बांटे जाएंगे। साथ ही होर्डिंग व बैनर आदि लगाए जाएंगे। इसके अलावा नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीमें बनाकर डोर टू डोर लोगों को जागरूक किया जाएगा।