खेतों की सिंचाई में मददगार बनेगी सौर ऊर्जा
रुद्रपुर। कृषि क्षेत्र में सहूलियत देने और किसानों की आय दोगुनी करने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें पीएम कुसुम योजना एक अहम भूमिका निभा रही है। इस योजना के तहत किसानों के निजी ट्यूबवेलों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इससे जहां किसान खेतों की सिंचाई के लिए सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल करेगा, वहीं घर-गृहस्थी में बिजली के बिल के झंझट से मुक्ति मिलेगी। बिजली की दरों में हो रही बढ़ोतरी किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। तराई के किसानों के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना लाभकारी होगी। इस योजना में किसानों को 80 फीसदी तक सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। इसमें 50 फीसदी केंद्र और 30 फीसदी राज्य सरकार सब्सिडी दे रही है। मात्र 20 फीसदी की धनराशि ही किसानों को जमा करनी पड़ेगी। इसमें किसानों के खेत में बोरिंग होनी चाहिए। योजना के तहत ट्यूबवेलों में सबमर्सिबल पंप, सोलर पैनल आदि लगाए जाएंगे।
योजना के तहत ऊधमसिंह नगर को 2500 का लक्ष्य मिला है। इसमें लघु सिंचाई विभाग की तरफ से किसानों से प्रस्ताव मांगे गए थे। अभी तक लगभग 1600 किसानों ने प्रस्ताव जमा किया हैं। योजना के तहत किसानों के ट्यूबवेल पर पांच एचपी व साढ़े सात एचपी का सोलर पंप लगाया जाएगा। सौर ऊर्जा से किसान ट्यूबवेल का संचालन कर खेतों की सिंचाई करेंगे, साथ ही घरों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद भी अगर ऊर्जा बचती है तो उसे ऊर्जा निगम से वार्ता कर बेंच कर अपनी आमदनी का जरिया भी बना सकते हैं।
पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों से आवेदन मांगे गए हैं। अभी तक 1600 किसानों ने आवेदन किया है। किसानों की आय दोगुनी करने में यह योजना महत्वपूर्ण साबित होगी। किसानों पर से बिजली का भार खत्म हो जाएगा। – सुशील कुमार, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई।