चौबटिया उद्यान में सेब के साथ होगा चेरी का उत्पादन

रानीखेत (अल्मोड़ा)। सेब के लिए प्रसिद्ध चौबटिया उद्यान की अब चेरी भी पहचान बनेगी। अब उद्यान में लोग चेरी का भी स्वाद ले सकेंगे। पहली बार यहां 11 प्रजाति के चेरी के पौधे लगाए गए हैं जो फलों से लहलहा रहे हैं। एक साल में ही पेड़ों ने फल देना शुरू कर दिया है।
उद्यान में फरवरी2023 में चेरी का ब्लॉक स्थापित किया गया था। इसमें लगभग 11 प्रजातियों की चेरी के 960 पौधे रोपे गए थे जो अमेरिका के साथ ही हिमाचल प्रदेश से लाए गए थे। एक साल में ही कई पेड़ फलों से लकदक हैं जो स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं। ब्लैक हार्ट, न्यूरो ड्यूरो, चौबटिया बिग, एल्टन, स्टेला, अगेती सहित चेरी की कई प्रजातियां अब यहां की पहचान बन रही हैं।
सेब, आड़ू सहित अन्य फलों के बने हैं ब्लॉक
रानीखेत। चौबटिया उद्यान में सेब सहित आड़ू, प्लम, खुबानी, अखरोट, बादाम के अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं। अब इन ब्लॉक में चेरी का नाम भी जुड़ गया है। चेरी का मदर ब्लॉक भी स्थापित किया है जहां इसकी पौध तैयार होगी जो किसानों तक पहुंचेगी।
इस बार कुछ सैंपलिंग पौधों में चेरी के फल आए हैं। अगले साल तक इसकी पैदावार अच्छी होगी। चेरी उत्पादन से किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी। किसानों को इसके उत्पादन के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा।- डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता, अधीक्षक, चौबटिया उद्यान, रानीखेत।