पौधरोपण के लिए चिह्नित भूमि को सहायक महानिरीक्षक वन ने नहीं पाया उपयुक्त
केंद्रीय सहायक महानिरीक्षक वन निलीमा शाह ने दूसरे दिन खाटुवा में उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड की ओर से पौधरोपण के लिए चिह्नित भूमि का निरीक्षण किया। सूत्रों के अनुसार उन्होंने भूमि को पौधरोपण के लिए उपयुक्त नहीं पाया। अब निगम को पौधरोपण के लिए किसी अन्य स्थान पर भूमि तलाशनी होगी। त्यूणी-पलासू जल विद्युत परियोजना के निर्माण के लिए पेड़ों के कटान की प्रतिपूर्ति के लिए पौधरोपण किया जाना है। सोमवार को केंद्रीय सहायक महानिरीक्षक वन सीमांत तहसील क्षेत्र के खाटुवा गांव पहुंचीं। यहां यूजेवीएनएल के अधिकारियों ने उन्हें पौधरोपण के लिए चिह्नित भूमि को दिखाया। यहां करीब 95 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण होना है। भूमि काफी पथरीली थी। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय सहायक महानिरीक्षक वन ने कहा भूमि पर पौधरोपण संभव नहीं है। भूमि पथरीली होने के कारण यहां पौधे नहीं पनप पाएंगे। उन्होंने भूमि को उपयुक्त न बताते हुए अन्यत्र भूमि खोजने के लिए कहा। अब केंद्रीय सहायक महानिरीक्षक वन अपनी रिपोर्ट पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को सौंपेंगी। निरीक्षण के दौरान यूजेवीएनएल के महाप्रबंधक इंद्रमोहन खरासी, डीएफओ चकराता वन प्रभाग मयंक शेखर झा, उप महाप्रबंधक सतीश कुमार, सहायक अभियंता हंसराज सैनी, सूरज ठाकुर आदि उपस्थित रहे।