चार दिन तक पछवादून की सिंचाई लाइफलाइन कटापत्थर नहर रहेगी बंद
पछवादून क्षेत्र की सिंचाई लाइफलाइन कटापत्थर नहर प्रणाली आज बुधवार से चार दिन के लिए बंद रहेगी। जलालिया के पास नहर में हो रहे रिसाव की मरम्मत के लिए नहर को बंद करने का निर्णय लिया गया है। नहर प्रणाली बंद होने से पछवादून की आठ नहरों में पानी की आपूर्ति बंद रहेगी। हालांकि, सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर मरम्मत कार्य एक या दो दिन में पूरा हो गया तो नहर में निर्धारित दिन से पहले भी पानी छोड़ जा सकता है। पछवादून में खेती पूरी तरह से सिंचाई पर निर्भर है। वर्ष 1840 में कटापत्थर नहर प्रणाली का निर्माण किया गया था। नहर की लंबाई 26 किमी है। इससे कटापत्थर, पृथ्वीपुर, ढकरानी, टी कट, फतेहपुर, रामबाग, लक्खनवाला, जामनखाता नहरें जुड़ी हैं। इन नहरों के माध्यम से किसानों खेतों में सिंचाई करते हैं। सिंचाई विभाग के डाकपत्थर खंड के अधिशासी अभियंता आरएस गुसाईं ने बताया कि हाल में निरीक्षण के दौरान जलालिया के पास छह किमी में नहर में एक बड़ा रिसाव नजर आया था। इस कारण नहर के क्षतिग्रस्त होने की आशंका थी। उन्होंने बताया कि नहर के रिसाव को बंद करने के लिए मरम्मत कार्य बहुत जरूरी था। बताया कि आठ मई से 11 मई तक मरम्मत कार्य के लिए नहर बंदी की जाएगी।
स्थानीय किसान गुलफाम, जहीर, सुभाष, विक्की, सुमित, कल्लू, वेदप्रकाश आदि किसानों ने बताया कि इन दिनों गर्मी लगातार बढ़ रही है। खेतों में गन्ने की फसल खड़ी है। मक्का भी लगाए जाने की तैयारी है। बताया कि इन दिनों लगातार सिंचाई की जरूरत पड़ रही है। किसानों ने कहा कि रिसाव की मरम्मत जैसे कार्य तो एक दिन में भी हो सकता है।