लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ सिर्फ 30 गेंदों में 89 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले ट्रेविस हेड ने टी20 विश्व कप को लेकर अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि वह स्पिनर्स के खिलाफ जमकर पसीना बहा रहे हैं। इसका उन्हें वेस्टइंडीज की पिचों पर खासा लाभ मिलेगा। वहीं, अभिषेक शर्मा ने भी साफ कर दिया कि वह किसी भी गेंदबाज की खबर लेने में संकोच नहीं करेंगे। अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हेड की विस्फोटक साझेदारी की बदौलत हैदराबाद ने बुधवार को लखनऊ के खिलाफ 10 विकेट से बड़ी जीत दर्ज की। दोनों बल्लेबाजों ने 250 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और टीम को जीत दिलाई। इस जीत के साथ पैट कमिंस की टीम अंक तालिका में चेन्नई को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। उनके खाते में 14 अंक हैं और नेट रनरेट +0.406 है।
मैच के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने बताया कि वह टी20 विश्व कप के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। इसलिए वह स्पिनर्स की पिटाई में कोई कोताही नहीं बरत रहे। हेड ने कहा, “मैं पहले से अधिक फोकस के साथ खेल रहा हूं। मैं स्पिनरों को खेलने पर मेहनत कर रहा हूं। वेस्टइंडीज में स्पिनरों की भूमिका अहम होगी। मैदान के चारों ओर शॉट्स खेलकर अच्छा लगा।”
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर खेले गए इस मुकाबले में ट्रेविस हेड का तूफान आया। 296.66 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज ने आठ चौके और इतने ही छक्के लगाए। मैदान पर मौजूद हर शख्स उनकी विस्फोटक पारी को देखकर चौंक गया। हेड ने आगे कहा, “हम पॉवरप्ले का पूरा इस्तेमाल करना चाहते थे। हर बार यह नहीं चलता है लेकिन हम इसी इरादे से उतरे थे। मैं और अभिषेक एक दूसरे को बखूबी समझते हैं। हमें रनरेट में आगे निकलना था और इसी वजह से हम इतना आक्रामक खेले।”
इस मुकाबले में भारतीय युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने मात्र 28 गेंदों में 75 रन बनाए और नाबाद रहे। इस धमाकेदार पारी के दौरान उनके बल्ले से आठ चौके और छह छक्के निकले। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 267.85 का रहा। मैच के बाद 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने कोच (पिता), युवराज सिंह और ब्रायन लारा को याद किया। शर्मा ने कहा, “मैं ऐसे टूर्नामेंट में आने और इतनी स्ट्राइक रेट से खेलने के बारे में कभी नहीं सोच सकता था, लेकिन टीम प्रबंधन ने मेरा पूरा साथ दिया। इसके लिए उन्हें धन्यवाद। सारा श्रेय उन्हें (ट्रेविस हेड) को जाता है। जिस तरह से वह सभी गेंदबाजों के खिलाफ शुरुआत करते हैं.. वह शुरू से ही उनका पीछा करते हैं और दबाव हटा देते हैं। गेंदबाजों ने हमें बताया (पारी ब्रेक के दौरान) कि हम दोनों बेहतर कर रहे हैं, लेकिन मैंने और ट्रैविस ने सोचा कि अभी कुछ खास नहीं है। मुझे लगता है कि टूर्नामेंट से पहले मैंने जो कड़ी मेहनत की थी वह अब दिख रही है, इसके लिए युवी पाजी, ब्रायन (लारा) और मेरे पिता, जो मेरे पहले कोच हैं उन्हें धन्यवाद।”