सर्चिंग ऑपरेशन में एसडीआरएफ करेगी अंडर वाटर सर्विलांस का इस्तेमाल
एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट में सेनानायक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से फ्लड रेस्क्यू टीमों, आपदा राहत, जल पुलिस और सर्च व रेस्क्यू अभियानों की समीक्षा बैठक ली। इसमें राज्य में तैनात रेस्क्यू टीमों को सर्चिंग ऑपरेशन में अंडर वाटर सर्विलांस का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने टीम प्रभारियों को निर्देशित किया कि भीड़ और पीक ऑवर के दौरान नदी किनारे व घाटों पर अतिरिक्त टीमों की तैनाती की जाए। चारधाम यात्रा में अत्यधिक श्रद्धालु आने और अधिक गर्मी होने के कारण हरिद्वार, ऋषिकेश और अन्य पिकनिक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही है। कई पर्यटक नदियों या घाटों पर नहाते समय गहरे पानी में उतरकर जान दांव पर लगा रहे हैं इसलिए पर्यटकों को पानी में गहराई में जाने से रोका जाना चाहिए सेनानायक कहा कि राफ्टिंग गाइड को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देना जरूरी है। हरिद्वार में चल रहे रेस्क्यू सर्चिंग ऑपरेशन के लिए एक अतिरिक्त सर्चिंग सब टीम तैनात करने के साथ हरकी पैड़ी, बैरागी पुल, प्रेमनगर आश्रम आदि स्थानों पर सर्चिंग के लिए अंडर वाटर ड्रोन सर्विलांस का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए। डाकपत्थर बैराज व यमुना नदी में टीम प्रभारी को संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर रेस्क्यू टीम तैनात करने को कहा गया। फिसलन भरे स्थानों या खतरनाक स्थानों पर सेल्फी रोकने के भी निर्देश दिए गए। इस अवसर पर उप सेनानायक बिजेंद्र दत्त डोभाल, सहायक सेनानायक श्याम दत्त नौटियाल, निरीक्षक प्रमोद रावत आदि उपस्थित रहे।