जिले के 173 लोग होमस्टे से सुधार रहे आर्थिकीं
बागेश्वर। जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से पिछले कुछ वर्षाें से होमस्टे स्थापित किए जा रहे हैं। होमस्टे न केवल पर्यटकों को सुविधा दे रहे हैं बल्कि ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार ला रहे हैं। जिले में 173 होमस्टे संचालित किए जा रहे हैं।
जिले के खाती, लीती, गोगिना, कौसानी, खर्कटम्टा समेत कई इलाकों में होमस्टे का संचालन किया जा रहा है। सर्वाधिक होमस्टे खाती गांव में है। जिले के होमस्टे में देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक आते हैं। हिमालयी क्षेत्र से सटे खाती, लीती, शामा और विश्व विख्यात पर्यटक स्थल कौसानी सैलानियों की पहली पसंद है। अधिकांश लोगों ने निजी संसाधनों से होमस्टे का निर्माण किया है। होमस्टे निर्माण में पर्यटन विभाग लोगों को प्रोत्साहित करता है। इसके लिए अधिकतम 30 लाख का ऋण दिया जाता है। इस पर पर्यटन विभाग की ओर से 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2020 से 2024 तक 13 लोगों ने इस योजना का लाभ उठाते हुए होमस्टे का निर्माण करवाया है।
बागेश्वर। वर्ष 2016 तक जिले में जहां केवल छह होमस्टे थे, वहीं आज संख्या बढ़कर 173 पहुुंच गई है। जिले के खाती में 39 होमस्टे हैं। लीती में 23, गोगिना में 22, कौसानी में 22, सामा में 6, बदियाकोट में चार होम स्टे हैं। अन्य स्थानों में भी इक्कादुक्का होमस्टे हैं।
होमस्टे आर्थिक स्थिति सुधारने का बेहतर विकल्प है। इससे पलायन रोकने में भी मदद मिलेगी। अन्य लोग भी सुविधा का फायदा उठा सकें, इसके लिए विभाग लगातार कोशिश कर रहा है। -पीके गौतम, जिला पर्यटन अधिकारी, बागेश्वर