मधुमेह के मरीजों को इंसुलिन डोज देने के तौर तरीकों का दिया प्रशिक्षण
एम्स में कार्डियो डायबिटिक सोसायटी व आरएसएसडीआई की ओर से इंसुलिन मीट 2024 का आयोजन किया गया। कार्यशाला में खासतौर से नर्सिंग अफसरों को मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त मरीजों को इंसुलिन डोज देने के तौर तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने शुगर से ग्रसित अलग-अलग तरह के मरीजों में मधुमेह नियंत्रित करने के लिए दी जाने वाली इंसुलिन के मात्रा मानकों पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। एक दिवसीय कार्यशाला में संस्थान के रेजिडेंट्स डॉक्टर्स, नर्सेस व एमबीबीएस छात्रों ने प्रतिभाग किया। एम्स निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि मधुमेह ग्रसित मरीज को सही व कारगर उपचार के लिए इंसुलिन की सही जानकारी होना आवश्यक है। जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रविकांत ने प्रतिभागियों को किसी भी मधुमेह ग्रसित मरीज की शल्य चिकित्सा से पहले और उसके बाद दी जाने वाली इंसुलिन डोज की विस्तृत जानकारी दी। एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. कल्याणी श्रीधरन ने मधुमेह ग्रसित मरीजों के लिए इंसुलिन की महत्ता बताई। इमरजेंसी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. निधि कैले ने आपात चिकित्सा विभाग में आने वाले अत्यधिक गंभीर मरीजों में इंसुलिन के उपयोग से संबंधित जानकारियां दी। मेडिसिन विभाग के डॉ. मुकेश बैरवा ने आईसीयू में भर्ती मरीजों के लिए इंसुलिन डोज से संबंधित विषय पर चर्चा की। इस मौके पर प्रभारी डीन एकेडमिक प्रो. शैलेंद्र हांडू, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, प्रशिक्षक पंकज पुनजोत, डॉ. विपिन मेहरा, डॉ. संजय शाह, डॉ. मुकेश बैरवा आदि मौजूद रहे।