वन अपराध रोकने के लिए उत्तराखंड व यूपी की टीमें करेंगी संयुक्त गश्त
खटीमा। वन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए उत्तराखंड और यूपी के वन कर्मी संयुक्त गश्त करेंगे। इससे जंगलों में लकड़ी तस्करी, वन्यजीवों के शिकार आदि पर अंकुश लग सकेगा। महोफ रेंज के विश्राम गृह में यूपी और उत्तराखंड के वनाधिकारियों की बैठक में मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त विनय भार्गव और डीएफओ हिमांशु बांगड़ी भी शामिल हुए। इस दौरान वनाधिकारियों के बीच दोनों प्रदेशों के जंगलों में वन्यजीव व लकड़ी की तस्करी रोकने के लिए आपसी सहमति बनी। उन्होंने कहा कि सुरई वन क्षेत्र की सीमा यूपी की महोफ रेंज से लगी हुई है जिस कारण यहां तस्करी की आशंका अधिक रहती है। उन्होंने कहा कि वन अपराधों पर रोकथाम के लिए आपसी समन्वय स्थापित कर संयुक्त गश्त की जाएगी। बैठक के बाद अधिकारियों ने रात में सुरई रेंज के जंगलों में गश्त की। साथ ही बग्गा, सरपुड़ा व क्रोकोडाइल पार्क को जाने वाली सड़क आदि का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने कहा कि सुरई रेंज में बाघ, हिरण, जंगली सुअर, मोर की अधिकता की है। भीषण गर्मी में इनकी सुरक्षा के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है। इस दौरान रेंजर राजेंद्र सिंह मनराल, डिप्टी रेंजर सतीश रेखाड़ी आदि थे।