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त्यूणी और चकराता महाविद्यालय में नहीं है स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

त्यूणी और चकराता महाविद्यालय में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित नहीं होते हैं। छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए विकासनगर जाना पड़ता है। दूरी अधिक होने के कारण छात्र किराये पर कमरा लेकर पढ़ाई करते हैं। इससे उनके परिवारजनों पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। चकराता में वर्ष 2004 में गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय और त्यूणी में वर्ष 2006 में पंडित शिवराम राजकीय महाविद्यालय की स्थापना हुई थी। करीब दो दशक बीतने के बाद भी दोनों महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों का संचालन शुरू नहीं हुआ। छात्र-छात्राओं को स्नातक के बाद स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए वीर शहीद केसरीचंद महाविद्यालय डाकपत्थर में प्रवेश लेना पड़ता है। यह महाविद्यालय त्यूणी से 118 और चकराता से 50.1 किलोमीटर दूर है। दूरी अधिक होने के कारण छात्र-छात्राओं के लिए डाकपत्थर स्थित राजकीय महाविद्यालय तक आवागमन संभव नहीं है। इसके लिए उन्हें विकासनगर में किराये का कमरा लेना पड़ता है। कमरे का किराया करीब 5000 रुपये के मध्य है। एक कमरे में दो या तीन छात्र ही रह सकते हैं। उसके साथ भोजन और कॉलेज तक बस से आवागमन का खर्च अतिरिक्त होती है। ऐसे में जनजातीय क्षेत्र के किसान परिवारों से आने वाले छात्रों और उनके परिवारजनों पर आर्थिक दबाव बढ़ जाता है। गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आशुतोष राणा और पंडित शिवराम राजकीय महाविद्यालय की प्रो. डॉ. अंजना श्रीवास्तव ने बताया कि महाविद्यालय में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित करने का मामला शासन स्तर है। बताया कि छात्रों के मांग पत्र को शासन को भेज दिया जाता है।

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