जब रणधीर कपूर ने बताया था खुद को खराब पिता:कहा-‘बेटियों के करियर में मैंने कोई मदद नहीं की, नहीं सोचा था कि दोनों इतनी बड़ी स्टार बनेंगी’
वेटरन एक्टर रणधीर कपूर लंबे समय से फिल्मों से दूर हैं लेकिन अपनी बेटियों करिश्मा कपूर, करीना कपूर के करियर से बेहद खुश हैं। एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने करिश्मा और करीना के फिल्मी करियर पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि बेटियों के करियर में उन्होंने कोई योगदान नहीं दिया था और वो एक खराब पिता हैं। 77 साल के हो चुके रणधीर कपूर ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं अपनी दोनों बेटियों पर गर्व महसूस करता हूं। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह खुद बनाई है। इसका पूरा क्रेडिट मैं बबीता को देता हूं जिन्होंने दोनों बेटियों की परवरिश कड़ी मेहनत करके की। जब करिश्मा और करीना छोटी थीं तो मैंने सोचा ही नहीं था कि वो इतनी बड़ी आर्टिस्ट बन जाएंगी। मुझे बेहद गर्व है कि मेरी बेटियों ने सक्सेस पाने के लिए खूब मेहनत की और मैंने इसमें उनकी कोई मदद नहीं की।’रणधीर ने खुद को इंटरव्यू में खराब पिता बताते हुए कहा था, ‘मैं खराब पिता रहा हूं और मैं थोड़ा बावला हूं। सब जानते हैं कि मैं थोड़ा पागल हूं, मैं ज्यादा मेहनत नहीं करना चाहता, मैंने कई फिल्मों में काम किया और अब भी मुझे ऑफर्स आते रहते हैं लेकिन मैं उन्हें हां नहीं कहता हूं। मैंने अपनी जिंदगी में कमाई की और अब मेरे बच्चे मुझसे बहुत ज्यादा कमा रहे हैं। मेरे पास पैसा, खाना, कपड़े और घर सबकुछ है तो इससे ज्यादा मुझे और क्या चाहिए। मैं इस उम्र में क्यों सुबह से लेकर रात तक इधर-उधर दौड़ता फिरूं।’
1971 में एक्टर के तौर पर रणधीर कपूर ने फिल्म ‘कल आज और कल’ से डेब्यू किया। 1972 में आई फिल्म ‘जवानी दीवानी’ उनकी सबसे बड़ी हिट फिल्म थी। 1976 से 1981 तक रणधीर कई मल्टीस्टारर फिल्मों में दिखे, जिनमें ‘चाचा भतीजा’, ‘कसमें वादे’, ‘मामा भांजा’, ‘हीरा लाल पन्ना लाल’, ‘बीवी ओ बीवी’ जैसी फिल्में शामिल थीं।
1981 में फिल्म ‘हरजाई’ पिटने के बाद रणधीर कपूर को बतौर हीरो फिल्में मिलना बंद हो गईं और उन्हें साइड रोल ऑफर होने लगे। इससे दुखी होकर उन्होंने एक्टिंग से दूरी बना ली। बतौर लीड एक्टर उनकी आखिरी फिल्म खजाना थी, जो कि 1987 में रिलीज हुई थी।
रणधीर कपूर ने 6 नवंबर 1971 को एक्ट्रेस बबीता से शादी की थी। इसके बाद इनकी दो बेटियां करिश्मा और करीना हुईं।