तीर्थयात्रियों की संख्या घटी तो रोडवेज घटाएगा बसों का बेड़ा
चारधाम यात्रियों की भीड़ न बढ़ी तो रोडवेज प्रशासन अपनी बसों का बेड़ा घटाएगा। इस साल रोडवेज ने बेड़े में 40 बसें शामिल की हैं। यात्रा में संचालन केवल 25 फीसदी यानी करीब 10 बसों का ही हो रहा है। चारधाम की शुरुआत में रोडवेज की 40 बसों के बेड़े में से 10 मई को 13, 11 मई को 14, 12 मई को 16, 14 मई को 16, 15 मई को सर्वाधिक 19 बसों का संचालन हुआ था। चारों धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि के बाद यात्रा प्रशासन की ओर से पहले 19 मई और बाद में 31 मई तक काउंटर पर ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक लगा दी। उसके बाद से रोडवेज बसों से जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आ गई थी। रोडवेज की बसों में पंजीकृत तीर्थयात्रियाें को ही धामों तक पहुंचाने के आदेश के कारण स्थिति और बिगड़ी। 25 मई के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में गिरावट आनी शुरू हो गई। 26 से मात्र छह बसें ही तीन धाम की यात्रा पर जा रही थीं। जून में तीन धाम की यात्रा पर जाने वाली रोडवेज की बसों की संख्या दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पा रही है।
चारधाम यात्रा के लिए रोडवेज बसों के 40 बसों के पूरे बेड़े का उपयोग नहीं हो पा रहा है। बेड़े की कुछ बसों की वापसी कराने की योजना बनाई जा रही है। तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने पर बेड़े की बसें फिर बढ़ा दी जाएंगी। – प्रतीक जैन, सहायक महाप्रबंधक, रोडवेज डिपो ऋषिकेश