रुद्रपुर। राजकीय मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग में मरीजों के लिए अब वर्क स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है। इसमें ईएनटी मरीजों को इंडो स्कोपिक मशीनों के जरिये जांच और इलाज की सुविधा मिलेगी। इससे नाक, कान व गले के कैंसर जैसे गंभीर रोगियों को भी बेहतर इलाज मिल सकेगा। मेडिकल कॉलेज की ओर से वर्क स्टेशन बनाने की तैयारी शुरु हो गई है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल की ओपीडी चल रही है। अस्पताल के ईएनटी विभाग में अभी तक नाक, कान व गले के रोगियों की जांच के लिए मशीनों का अभाव है। अब मेडिकल कॉलेज की तरफ से ईएनटी की ओपीडी में वर्क स्टेशन बनाने की कवायद की जा रही है। इससे नाक, कान व गले के रोगियों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी कॉलेज प्रबंधन के अनुसार ईएनटी विभाग में कान का परदा फटने और कान में किसी वस्तु के फंसने, कान में पस, नाक में ट्यूमर, गले में ट्यूमर आदि की जांच में परेशानी होती थी लेकिन अब ये जांचें आसानी से हो सकेंगी। इसके लिए ईएनटी वर्क स्टेशन बनाया जा रहा है। इसमें करीब 25 लाख रुपये की लागत से इंडो स्कोपिक मशीन लगाई जाएगी। इसके बनने के बाद मरीजों को जांच के लिए बाहर की लैबों पर नहीं जाना पड़ेगा। वर्क स्टेशन में कार्यरत सर्जन, विशेषज्ञ व डॉक्टर ओपीडी में ही मरीजों की जांच करने के साथ ही उनका इलाज करेंगे और जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन हो सकेंगे।
मेडिकल कॉलेज में चल रही ईएनटी की ओपीडी को वर्क स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। 25 लाख रुपये की लागत से इंडो स्कोपिक मशीन लगेगी। इससे मरीजों को ओपीडी के दौरान ही वर्क स्टेशन में नाक, कान, गले की जांच, इलाज और ऑपरेशन की बेहतर सुविधा मिलेगी।
-डॉ. केदार सिंह शाही, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर।