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सुनील छेत्री आखिरी मैच में नहीं कर सके कोई गोल, गोलरहित ड्रॉ पर समाप्त हुआ भारत-कुवैत मैच

फीफा विश्व कप क्वालिफायर (2026) में भारत का सामना कुवैत से कोलकाता सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुआ। हालांकि, दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकीं मैच गोलरहित ड्रॉ पर समाप्त हुआ। यह भारत के महान फुटबॉल सुनील छेत्री का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था और टीम इंडिया उन्हें स्वर्णिम विदाई देने में कामयाब नहीं हो सकी। उन्होंने संन्यास का एलान पिछले महीने ही किया था। मैच के बाद सुनील छेत्री भावुक हो गए। उन्हें कोच इगोर स्टिमेक समेत सभी खिलाड़ियों ने गले लगा लिया। छेत्री इंजरी टाइम समेत पूरे मैच में मैदान पर रहे। मैच ड्रॉ होने के बाद भारतीय खिलाड़ी छेत्री को अच्छी विदाई नहीं देने पर भावुक हो गए। वहीं, सुनील छेत्री ने लैप ऑफ ऑनर लिया और वह भावुक हो गए। उनकी आंखों में आंसू थे। भारतीय टीम के बाकी खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। मैच आसान नहीं था। टीम इंडिया ने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया। सुनील छेत्री और ललियनजुआला छांगते की अगुआई में भारत ने कुवैत पर काउंटर अटैक जारी रखा। हालांकि, भारतीय खिलाड़ी मिले मौकों पर गोल करने में नाकाम रहे। भारत का डिफेंस भी काफी मजबूत दिखा। दोनों की फीफा रैंकिंग में बहुत ज्यादा फर्क नहीं था। भारत 121वें और कुवैत 139वें स्थान पर है। इस मैच में मिली जीत भारतीय फुटबॉल की दिशा और दशा दोनों बदल सकती थी। हालांकि, ऐसा नहीं हो सका। अब भारत को कतर के खिलाफ होने वाले फीफा विश्व कप क्वालिफायर मैच में निर्भर रहना होगा। इसके अलावा टीम को दूसरी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना होगा। भारत के पास तीसरे दौर में पहुंचने का मौका था। हालांकि, कतर के खिलाफ मैच में सुनील छेत्री नहीं होंगे। छेत्री ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 151 मैचों में 94 गोल किए।

पहले हाफ गोलरहित छूटा
भारत और कुवैत के बीच मैच का पहला हाफ गोलरहित रहा, जिसमें छेत्री का ज्यादा योगदान देखने को नहीं मिला। मुकाबले की शुरुआत कुवैत के दबदबे से हुई। चौथे ही मिनट में मोहम्मद दाहम ने राइट फुटर के जरिए गोल पर निशाना साधा। कुछ सेकंड बाद ही कुवैत को पहला कॉर्नर मिला। 11वें मिनट में भारत को पहला कॉर्नर मिला, लेकिन बेकार गया। इसके बाद अनिरुद्ध थापा ने गोल के मुहाने पर क्रास फेंका, लेकिन अनवर अली का हेडर बाहर चला गया। 26वें मिनट में भी अनवर के हेडर को खूबसूरती से बचाया गया। भारत को पहले हाफ में कुल तीन कॉर्नर मिले, जबकि आठ बार उसने गोल पर निशाना साधा।

रहीम गोल करने से चूके
दूसरे हाफ में इगोर स्टिमेच ने अनिरुद्ध थापा के स्थान पर रहीम अली और अब्दुल साहल समद के स्थान पर ब्रेंडन फर्नांडीज को उतारा। 48वें मिनट में रहीम अली को गोल का अच्छा अवसर मिला। उनके सामने गोलकीपर अब्दुलगफूर थे, लेकिन उनके जमीनी शॉट को गोलकीपर ने आसानी से रोक लिया। 60वें मिनट में भारत को कॉर्नर मिला। ब्रेंडन की किक पर छेत्री ने प्रयास की कोशिश की, लेकिन वह गेंद तक नहीं पहुंच पाए। भेके के प्रयास को अब्दुलगफूर ने रोक लिया।

शाम सात बजे शुरू हुआ मैच
छेत्री बीते वर्ष सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में कुवैत को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से हराने में अहम भूमिका निभाई थी। कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में एक लाख दर्शकों के बीच उन्होंने फिर से टीम इंडिया को जीत दिलाने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं कर सके। भारत-कुवैत मैच की शुरुआत शाम सात बजे हुई। भारतीय टीम की सबसे बड़ी परेशानी ग्रुप में अफगानिस्तान के साथ रहे पिछले दो मुकाबले रहे हैं। पहला मैच गोलरहित ड्रॉ छूट और दूसरा मैच उसे गुवाहाटी में निचले रैंक के अफगानिस्तान से 1-2 से हारना पड़ा। भारत के इस वक्त ग्रुप ए में पांच अंक हैं और गोल औसत के आधार पर वह कतर (12 अंक) के बाद दूसरे स्थान पर है। अब भारत का क्वालिफायर में 11 जून को कतर से सामना होगा। इस मैच के नतीजे से भारत के भविष्य का फैसला होगा।

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