नाले में बही कार, दूसरे दिन मिली एडीपीओ की लाश कल गाड़ी में मिला था व्यापारी दोस्त का शव; दोनों घूमने निकले थे
शिवपुरी की बुधना नदी में गिरी कार से लापता एडीपीओ राकेश रोशन भदौरिया की लाश घटनास्थल से 4 किलोमीटर दूर मिली है। रेस्क्यू टीम सोमवार से एडीपीओ की तलाश में जुटी थी।
पिछोर न्यायालय में सहायक अभियोजन अधिकारी राकेश रोशन रविवार शाम को अपने साथी शिवम गुप्ता के साथ घर से निकले थे। इसके बाद सोमवार सुबह उनकी कार बुधना नदी के पुल के नीचे मिली। कार में शिवम का शव था। देर शाम तक नदी में एडीपीओ की तलाश की गई, अंधेरा होने पर रेस्क्यू बंद कर दिया गया। आज सुबह फिर तलाश करने पर दोपहर करीब 12 बजे उनका शव मनबुली गांव के पास मिला।
पत्थरों में फंसा मिला शव
एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने बताया, ‘एडीपीओ राकेश रोशन का शव बुदना नदी में ही माताटीला डेम के करीब 4 किमी पहले पत्थरों में फंसा था। प्रारंभिक पड़ताल और ग्रामीणों से पूछताछ में यह बात निकलकर सामने आई है कि सुजवाया गांव स्थित पुलिया पर पानी था, जिससे कार निकालते समय हादसा हुआ है।’
परिवार ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी, दूसरे दिन नदी में मिली कार
शिवपुरी की बुधना नदी में सोमवार दोपहर को एक कार मिली थी। कार को जब नदी से निकाला गया तो उसमें एक व्यापारी की लाश मिली। मृतक की पहचान शिवम गुप्ता (35) के रूप में की गई। नदी में गिरी कार पिछोर कोर्ट में पदस्थ एडीपीओ राकेश रोशन की थी। राकेश और शिवम पड़ोसी हैं। रविवार देर रात तक जब दोनों का पता नहीं चला तो परिजन ने पिछोर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की।
पिछोर एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने बताया कि पिछोर निवासी शिवम गुप्ता के पिता थाने आए थे। उन्होंने बताया कि बेटा रविवार शाम करीब 8 बजे से लापता है। वह राकेश रोशन के साथ गया था। सोमवार सुबह 9:45 बजे पिछोर टीआई रत्नेश यादव के पास कॉल आया कि पिछोर चंदेरी रोड पर बुधनी नदी में पुल के नीचे कार का टायर दिख रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से कार बाहर निकाली। कार के बाहर आते ही पता चला कि यह गाड़ी एडीपीओ राकेश रोशन की है।
उफान पर था नाला, बहकर बुधनी नदी में पहुंची कार
जानकारी के मुताबिक, कार में एडीपीओ राकेश रोशन और शिवम गुप्ता के साथ सुजवाहा गांव का रहने वाला केदारनाथ भी सवार था, लेकिन वह रास्ते में अपने गांव में उतर गया था। केदारनाथ सेन शिवम गुप्ता का परिचित है। उसके परिवार में शादी है। जिसकी खरीददारी के लिए वह पिछोर आया हुआ था। केदारनाथ रविवार को अपने गांव जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहा था। इस दौरान उसे शिवम गुप्ता मिल गया।
केदारनाथ कार में सवार होकर शिवम और एडीपीओ राकेश रोशन के साथ अपने गांव सुजवाहा के बाहर तक गया। जब दोनों ने केदार को सुजवाहा गांव छोड़ा, उस वक्त तेज बारिश हो रही थी। सुजवाहा गांव से लौटते वक्त नाला उफान पर था। अनुमान लगाया जा रहा है कि रपटा पार करते वक्त कार सहित दोनों नाले में बह गए।
पिता बोले- रात 10 बजे के बाद बेटे का फोन बंद हुआ
शिवम के पिता अवध कुमार ने पिछोर पुलिस को बताया कि बेटे को 7 जुलाई की रात 8:30 बजे कॉल किया था। शिवम ने कहा था कि घर के सामने वाले केदार की दुकान पर एडीपीओ राकेश रोशन के साथ बैठा हूं। थोड़ी देर में घर आ रहा हूं। रात 10:30 बजे तक भी बेटा घर नहीं आया तो उसे कॉल लगाया। उसका फोन लगातार बंद आ रहा था। तलाशने के बाद भी शिवम का पता नहीं चला। एडीपीओ के क्वार्टर में भी ताला लगा था।
शिवम का दिल्ली में कारोबार है। करीब चार दिन पहले ही वह पिछोर लौटा था। शिवम की शादी नहीं हुई थी। वहीं, एडीपीओ का परिवार ग्वालियर में रहता है।