18 हजार रुपए मानदेय, आरजीएचएस का लाभ देने की मांग आशा कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री को भेजा 11 सूत्रीय मांगपत्र
भारतीय मजदूर संघ से जुड़े आशा कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्रीय मांग पत्र भेजा है। जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए मांग पत्र में आशा सहयोगिनियों ने 18 हजार रुपए मानदेय करने के साथ आरजीएचएस का लाभ देने की मांग की है।
जिला कलेक्टर के माध्यम से कलेक्ट्रेट में मांग पत्र देने पहुंची आशा सहयोगिनियों ने बताया कि वह सभी दिन-रात काम करती हैं और अल्प मानदेय कर्मचारी हैं। ऐसे में सरकार को उनकी ओर ध्यान देने की जरूरत हैं। मुख्यमंत्री को भेजे गए मांग पत्र में मानदेय बढ़ाने के साथ उन्हें सरकारी लाभ दिए जाने की मांग की गई हैं। मांग पत्र में सभी कर्मचारियों ने लोकसभा और विधानसभा में दी गई ड्यूटी के पैसे दिलाए जाने के साथ उन्हें आशा की जगह सहायक एएनएम का दर्जा दिए जाने की भी मांग की हैं। सभी आशा सहयोगिनियों से खुद के विभाग का काम कराए जाने के साथ आयुष्मान और चिरंजीवी कार्ड बनवाने का भुगतान दिलाने कवि मांग की गई हैं।
कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने पहुंची आशा सहयोगिनियों ने बताया कि उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन का भी भुगतान नहीं मिला है। सेवानिवृत होने पर पेंशन दिलाने की मांग करते हुए उन्होंने बताया कि आभा कार्ड बनाने का काम सीएचओ और एएनएम को दिया गया था। जिन्होंने आभा कार्ड को लेकर कोई काम नहीं किया। जिसके बाद सभी आशा सहयोगिनियों से डरा धमकाकर आभा कार्ड बनवाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री को कलेक्टर के माध्यम से मांग पत्र देने पहुंची आशा सहयोगिनियों में सुमन शर्मा, आशमा खान, राजकुमारी, पिंकी, मीनू कंचन, मिथलेश, जरीना अख्तर, नाजमा और सुनीता सहित कई आशा सहयोगिनी मौजूद रही।