Fri. Nov 1st, 2024

खूंखार आतंकी भटकल के गांव गया था फैजान पुलवामा में की रेकी; एटीएस ने पकड़ा तो पिता बोले- जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा

मैंने जिंदगीभर मेहनत करके अपना और परिवार का गुजारा चलाया। आज तक हराम का काम नहीं किया। अगर औलाद गलत करें तो इसमें मेरा क्या दोष है? आपके भी बच्चे होंगे, कल वे कुछ करेंगे तो उसमें आपका क्या कसूर होगा? इस घटना ने मुझे अंदर तक तोड़ दिया। मैं बीमार हूं और दवाई से जिंदगी काट रहा हूं। आज मेरी स्थिति बहुत खराब है।

मैं तो ऊपर वाले से हमेशा यही दुआ करता हूं कि जो जैसा करेगा, वह वैसा भरेगा। मुझे हिंदुस्तान के कानून पर भरोसा है। मुझे कैमरे पर कुछ भी नहीं बोलना है।’

दोपहर की नमाज अदा करने के लिए निकल रहे हनीफ शेख (75) का गला बोलते-बोलते रुंध जाता है। ऐसा बोलने के बाद वे अपनी साइकिल लेकर वहां से मस्जिद की तरफ निकल जाते हैं। वे लेथ मशीन का काम करते हैं।

खंडवा के कंजर मोहल्ले की संकरी गलियों से होता हुआ एक रास्ता सलूजा कॉलोनी में खुलता है। कॉलोनी के बीचो-बीच दो मंजिला घर बना हुआ है। जिस पर अंग्रेजी में “AMINMANSION 1987” लिखा हुआ है। 4 जुलाई को तड़के 3:56 बजे अचानक मध्यप्रदेश एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने उस घर को घेर लिया था। परिवार और मोहल्ले वाले कुछ समझ पाते, उससे पहले ही एटीएस ने घर में घुसकर हनीफ शेख के पुत्र फैजान शेख (34) को गिरफ्तार कर लिया।

पहली बार रकीब की गिरफ्तारी के समय रडार पर आया फैजान

जनवरी 2023 में अंकुर नगर के रहने वाले रकीब को मध्यप्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया। उस पर आरोप था कि वह सिमी से जुड़ा हुआ है। रकीब और फैजान दोनों मैकेनिक थे, इस कारण दोनों में गहरी दोस्ती थी। रकीब टेलीग्राम के जरिए कोलकाता में बैठे हुए सिमी के सदस्यों से जुड़ा हुआ था। जब एटीएस ने रकीब को गिरफ्तार किया तो उस समय फैजान ने एटीएस का विरोध भी किया था।

इस कारण फैजान एटीएस के रडार पर आ गया था। बाद में एटीएस ने उसे गिरफ्तार करके पूछताछ की और ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण उसे छोड़ दिया। इस दौरान फैजान ने एटीएस के अधिकारियों के नंबर ले लिए और अपने पास सेव कर लिए।

बड़े भाई ने कहा- भड़काऊ पोस्ट करता था फैजान

बड़े भाई इमरान ने बताया कि फैजान को सोशल मीडिया पर वीडियो देखने का बड़ा शौक था। जब वह काम से लौटकर घर पर आता था तो वाट्सएप स्टेटस पर भड़काऊ पोस्ट शेयर करता था। हम सब घर वाले भी उस से परेशान थे। बहुत समझाने के बाद भी वह मानता नहीं था।

रात 8 बजे खाना खाने के बाद घर से निकल जाता था। देर रात लौटता था। वह मोहल्ले के बच्चों का कट्टरपंथी स्लोगन से ब्रेन वॉश भी करता था।

स्टेटस लगाकर एटीएस के अधिकारियों को चिढ़ाता था

फैजान को एटीएस ने पहली बार पूछताछ के लिए 2023 में हिरासत में लिया था। इमरान बताते हैं कि फैजान लगातार एटीएस के संपर्क में था। उसके मोबाइल में एटीएस के अधिकारियों के नंबर सेव थे। वह वाट्सएप पर इंडियन मुजाहिदीन, सिमी और धार्मिक कट्टरपंथ संबंधित पोस्ट करता था।

जब तक एटीएस के अधिकारी उस स्टेटस को नहीं देखते, तब तक वह वाट्सएप पर स्टेटस को लगाए रखता। जब एटीएस के अधिकारी उस स्टेटस को देख लेते तो वह खुश होता। कभी-कभी रिश्तेदार भी फैजान के परिवार वालों को फोन करके बताते थे कि वह भड़काऊ वाट्सएप स्टेटस लगाता है, आप उसे समझाइए।

परिवार के समझाने के बाद भी फैजान नहीं मानता था क्योंकि उसका मकसद इंडियन मुजाहिदीन का प्रचार-प्रसार करना और मशहूर होना था। रात को टी स्टॉल पर उसकी मुलाकात सिमी के पूर्व सदस्यों से भी होती रहती थी। मध्यप्रदेश एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) ने गुरुवार सुबह करीब 4 बजे खंडवा से आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से संपर्क रखने के आरोप में फैजान शेख (34) नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है। पेशे से मैकेनिक फैजान को कंजर मोहल्ला से पकड़ा गया है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *