पौधरोपण अभियान भाई का जादू सर चढ़कर बोल रहा है- ताई परेशान
मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में 51 लाख पेड़ लगाने का अभियान शुरू किया है। हरियाली की इस पहल के बहाने राजनीतिक के अलग-अलग रंग भी शहर में देखने को मिल रहे हैं। लंबे समय से खामोश रहने वाले ‘ताई-भाई’ के बीच खाई देखने को मिल रही है। इस अभियान का ज्यादा श्रेय विजयवर्गीय को मिल रहा है। सांसद शंकर लालवानी और मेयर पुष्य मित्र भार्गव आयोजनों में ‘अतिथि कलाकार’ की भूमिका में ही नजर आ रहे हैं।
अभियान की बागडोर विजयवर्गीय की टीम ने अपने हाथों में ले रखी है। मंत्री विजयवर्गीय अपने पुराने संपर्क-संबंधों का फायदा उठाते हुए वे केंद्र के कई मंत्रियों को अभियान से जोड़ चुके हैं। 14 जुलाई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में 11 लाख पौधे लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी इंदौर में बनाने की तैयारी उन्होंने की है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बम को भाजपा में लाकर धमाका कर चुके विजयवर्गीय के 51 लाख पेड़ लगाने के अभियान की भी शहर में चर्चा है।राजनीतिक विश्लेषक उनकी इस सक्रियता के कारण खोज रहे हैं। विजयवर्गीय जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे तो इंदौर की राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते थे। तब उनके बयान ‘मैं नगर निगम की तरफ पैर रखकर भी नहीं सोता’, ‘इंदौर के मामले में ठाकुर के हाथ बंधे हुए हैं’ काफी चर्चा में रहे थे।68 वर्षीय विजयवर्गीय की इस सक्रियता को भविष्य की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि 2029 के लोकसभा चुनाव में वे इंदौर से टिकट की दावेदारी कर सकते हैं, ताकि वे फिर केंद्र की राजनीति कर सकें।
पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की राजनीतिक अदावत जगजाहिर है। पौधे लगाने के अभियान की बागडोर विजयवर्गीय ने संभाल रखी है, लेकिन ताई ने मेयर पुष्य मित्र भार्गव को पत्र लिखकर अभियान पर सवाल उठाए और कहा था कि यह अभियान दिखावा न रह जाए।
मंगलवार को अभियान में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला शामिल हुए। इस कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने ताई का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग इतने पेड़ लगाने पर शंका जाहिर कर रहे हैं, लेकिन इंदौर में हर साल 51 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।