लखनऊ में युवती से बैड टच, दोस्त ने बताई आपबीती पानी फेंका, चाबी निकाली…हम जंगली जानवरों के बीच फंस गए थे
जिसके साथ लखनऊ के गोमती नगर में बारिश के दौरान बदसलूकी हुई। बैड टच किया गया। बाइक से धक्का देकर गिराया। घटना से गुस्साए CM योगी ने 2 IPS समेत 3 अफसरों को हटा दिया। इंस्पेक्टर समेत पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया। मामला विधानसभा में भी गूंजा।
सबसे पहले उस घटना के पीड़ित तक पहुंचा। युवक सदमे में है और उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया है। घरवालों से भी मुलाकात नहीं कर रहा। जब हमने फोन पर युवक से उस दिन की घटना पूछी तो उसका गला भर आया। उसने बताया कि युवती अपने होम टाउन चली गई है।
और मेरी दोस्त UPSC की तैयारी करते हैं। ज्यादातर समय लाइब्रेरी में गुजरता है। लाइब्रेरी बेसमेंट में होने के चलते 3 दिनों से बंद थी। मैंने सोचा मौसम ठीक है, चलो लाइब्रेरी से कुछ किताबें लेकर आ जाते हैं। मैं किताबें लेने घर से गया। मैं वहां से लौट रहा था, तभी हमारी फ्रेंड ऑटो में जा रही थी। बारिश काफी तेज हो रही थी, इसलिए ऑटो वाले ने उसे ले जाने से मना कर दिया। कहा कि मैडम उस साइड नहीं जा सकते। बहुत पानी भरा है।
इस पर मैंने उससे कहा कि चलो मैं उस पार छोड़ देता हूं। जवाब में फ्रेंड ने कहा- नहीं, मैं चली जाऊंगी। मैंने उससे कहा कि पानी बहुत अधिक है। नहीं जा पाओगी। मैंने उससे जिद की तो वह मान गई। जैसे ही हम पानी के बीच से निकले। वहां कुछ लड़के हुड़दंग मचा रहे थे।
पहले तो लगा कि वे खेलकूद कर रहे हैं। मुझे नहीं लगा था कि ऐसा करेंगे। अचानक चारों तरफ से घेर लिया। पानी हाथ से उछालकर मुंह पर फेंकने लगे। पानी फेंकने के बाद बाइक खींचने लगे। बाइक की चाबी निकाल ली। एक लड़का बैड टच करने लगा। इस दौरान बाइक डिस्बैलेंस हो गई।
मैंने डांटा, समझाया, हाथ जोड़े, लेकिन एक न सुनी
हुड़दंगियों से बचने में मेरी दोस्त और बाइक गिर गई। दोस्त के गिरने के बाद एक लड़के ने बैड टच किया, जो अभी तक पकड़ा नहीं गया है। हम चाहते हैं कि उसे जरूर पकड़ा जाए। उसके खिलाफ एक्शन हो, क्योंकि ये सब वीडियो में दिख रहा है। उन्होंने ऐसा काम किया, जिसको बताया नहीं जा सकता है।
बहुत ही गंदे तरीके से पानी फेंका जा रहा था। पहले मैंने डांटा, समझाया, फिर हाथ जोड़े। भाई शांत हो जाओ, ये क्या कर रहे हो। मगर उन्होंने मेरी एक न सुनी। उन्होंने बदसलूकी जारी रखी। वो लोग उस समय बिल्कुल पागल जैसे हो गए थे। हम जंगली जानवरों के बीच में फंस गए थे। किसी तरह उनके चंगुल से छूट पाए।
मेरी दोस्त बहुत डर गई थी। वहीं पर एक लड़का था। वो बदतमीज भी था, लेकिन उसने बाहर निकलने में मदद की। एक मीडिया कर्मी ऊपर खड़ा था। वह डांटने और चिल्लाने लगा। मैं नहीं जानता, वह कौन था? न ही मैंने उनको देखा। बाद में दोस्त ने बताया कि वह मीडिया कर्मी थे।
जब हम लोग वहां से निकले तो मेरी दोस्त रो रही थी। थोड़ी देर बाद उसने बताया कि उन लोगों ने बैड टच किया। ये सुनकर मैं शॉक्ड हो गया। मेरे रहते हुए ये क्या हो गया? फिर मैंने सोचा कि आरोपियों के खिलाफ एक्शन लूंगा, लेकिन बाद में लगा कि चीजें और खराब हो सकती हैं।