Dangu नियंत्रण के लिये स्वास्थ्य विभाग कर रहा लार्वा नष्ट
ग्वालियर – कलेक्टर ग्वालियर श्रीमती रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में ग्वालियर जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा Dango से बचाब हेतु क्षेत्र में लगभग 45 टीम नियमित कार्यवाही कर मच्छरों के लार्वा नष्ट कर रही है ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया कार्यालय की टीम शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर कार्यरत हैं जो कि नियमित सर्वे कर मच्छरों के लार्वा का विनिष्टीकरण व बुखार के केसों की जांच कर रहे है।
घर-घर सर्वे के दौरान लार्वा समाप्त करने के लिये जमा पानी में टेमोफोस का छिडकाव किया जा रहा है। साथ हीDango प्रभावित क्षेत्र एवं संवेदनशील क्षेत्र में दवा का स्प्रे व छिडकाव किया जा रहा है। डेंगू नियंत्रण कार्य में नगर निगम के सहयोग से प्रभावित क्षेत्र में फोगिंग की कार्यवाई की जा रही है।
जिले में त्वरित कार्यवाई हेतु जिला स्तर व विकासखण्ड स्तरों पर रैपिड रिस्पान्स टीम/काम्बेट टीमों का गठन किया गया है। आज 89 रोगियों की जांच में कुल 4 डेंगू पॉजीटिव केस पाए गए, अभी तक कुल 5070 रोगियों की Dango जांच में कुल 227 पॉजिटिव केस पाये गये हैं जिनका उपचार किया गया। टीम द्वारा सर्बे के दौरान कुल 360368 घरों में कुल 2271972 कन्टेनर चेक किये गये जिनमेेेें 8584 घरों में कुल 6120 कन्टेनरों में पाये गये लार्वा को नष्ट कराया गया । जिले में अभी तक 9 मलेरिया केस पाये गए हैं हाईरिस्क ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया से बचाव हेतु भारत शासन से प्राप्त 314400 मच्छरदानी का वितरण किया गया है। साथ ही मलेरिया की जांच सुविधा सभी स्वास्थ्य केन्द्र व आशा कार्यकर्ता के पास निःशुल्क उपलब्ध है। जन जागरुकता को कार्यवाई की गई तथा लार्वा नष्ट करने हेतु लगभग 20 हजार गम्बुसिया मछलियों को विभिन्न जल श्रोतों में डाला गया है
मच्छरो से फैलने वाली मलेरिया,Dango, चिकुनगुनिया बीमारियों से बचाव हेतु जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनोद दोनेरिया द्वारा आमजन से अपील है कि मच्छरों की वृद्धि रोकने के लिये अपने घर व आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने दें। पात्रों मे भरा पानी सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें। मच्छरों से बचाव करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरी आस्तीन के कपडे पहने। मच्छर भगाने वाले साधन जैसे- क्रीम, क्वाइल, रिपेलेन्ट इत्यादि का उपयोग करें। टायर, कबाड सामान ढंक कर रखें इनमें पानी इकट्ठा नहीं होने दें। बुखार आने पर तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र में जांच करायें।