मंकीपॉक्स का पहला केस आया सामने, मचा हड़कंप, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया बयान
नई दिल्ली। मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध केस भारत में सामने आया है, इससे हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि विदेश से लौटे एक शख्स को मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) वायरस के संदेह पर अस्पताल में आइसोलेट किया गया है।
मंत्रालय के मुताबिक, शख्स की हालत इस समय स्थिर है और उसके नमूनों की जांच की जा रही है, ताकि मंकीपॉक्स वायरस के बारे में पुष्टि की जा सके।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मामले को निर्धारित प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रबंधित किया जा रहा है और संपर्क ट्रेसिंग भी की जा रही है, ताकि संभावित सोर्स का पता लगाया जा सके और इस मामले का आगे पड़ने वाले प्रभाव का आकलन किया जा सके।
मंत्रालय ने कहा कि इस मामले को लेकर “अतिरिक्त चिंता” की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह मामला नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल इस मामले को देख रही है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि देश ट्रैवल रिलेटेड ऐसे मामलों से निपटने के लिए तैयार है। साथ ही ऐसे मामलों की पहचान के लिए ट्रेसिंग चैनल स्थापित किया गया है।
बताते चलें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल के वायरस के प्रकोप को, अंतरराष्ट्रीय चिंता की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में चिन्हित किया है। संगठन ने 14 अगस्त को इसका एलान किया था।
स्वास्थ्य संगठन ने इसका एलान तब किया है, जब हाल ही में इस वायरस के नए वैरिएंट की पहचान की गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में मंकीपॉक्स के इस नए मामले को लेकर जनता में जागरुकता फैलाना और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की जरूरत है। सभी संबंधित विभाग और एजेंसियां अलर्ट पर हैं और हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है।