कीचड़ भरे रास्ते पर महिला ने किया दंडवत मन्नत पूरी होने पर माता मंदिर जा रही थी; पक्की सड़क न होने से लोग परेशान
हाथ जोड़े, आगे की ओर नारियल रखा और फिर कीचड़ से सने रास्ते पर दंडवत हो गई। एक महिला श्रद्धालु को कुछ इसी तरह कीचड़ भरे रास्ते पर दंडोती लगानी पड़ी। हाथ-पैर, मुंह और कपड़े कीचड़ में खराब हो गए। इसका वीडियो सामने आने के बाद लोग अब सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं।
रविवार को सामने आया यह वीडियो श्योपुर जिले के कराहल के अचार वाला सहराना गांव का है। महिला का नाम जानकी बाई आदिवासी है। वह इसी गांव की रहने वाली है। जानकी बाई मन्नत पूरी होने पर क्षेत्र के प्रसिद्ध पनवाड़ा माता मंदिर तक दंडोती लगाकर जा रही थी।
दरअसल, पनवाड़ा माता का मंदिर इस गांव से एक से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। वहां जाने का रास्ता इस गांव से गुजरता है। लेकिन जर्जर रास्ते न केवल गांव के लोगों के लिए बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी परेशानी का कारण बनते हैं। बारिश में तो हालत और भी खराब हो जाती है। रास्तों पर पानी भर जाता है, कीचड़ जमा हो जाता है।
लोगों ने कई बार मांग की, फिर भी पक्की सड़क नहीं बनी अचार वाला सहराना गांव के लोगों ने सरपंच और सचिव ने कई बार पक्की सड़क बनवाने की मांग की। लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। गांववाले और श्रद्धालु इसी तरह जर्जर रास्ते पर चलने को मजबूर है। हर वक्त फिसलकर गिरने का डर बना रहता है।
लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत के पास फिजूल के कार्य और फर्जी बिल लगाने के लिए पर्याप्त राशि है। लेकिन आदिवासी बस्ती में सड़क और नाला निर्माण के लिए कोई रुचि नहीं ली जा रही है।