Fri. Nov 22nd, 2024

भाजपा की सरकार इसलिए हिन्दुओ अपमान सहो; हिंदू महासभा नेता का बड़ा बयान

ग्वालियर मध्य प्रदेश: ग्वालियर में 6 अक्टूबर को भारत बांग्लादेश के बीच में टी। 20 मैच आयोजित होना है। इस मैच के आयोजन को लेकर हिन्दू संगठन विरोध कर रहे हैं। तमाम हिंदूवादी संगठनों और प्रदेश और देश की हिंदुवादी भाजपा सरकार बीच केवल हिंदू महासभा ही है जो इस मैच को लेकर जबरदस्त आक्रोश दिखा रही है। हिंदू महासभा के नेता मैच से पहले क्रिकेट मैदान की पिच खोद देने और खिलाड़ियों का मुंह कलाकार ने तक की कह चुके हैं। हालाँकि पुलिस प्रशासन भी अपनी ओर से।

हिंदू संगठनों को मनाने की संभव कोशिश कर रहा है। इसी प्रयोजन से पुलिस प्रशासन ने तमाम हिंदू संगठनों की बैठक बुलाई थी लेकिन लेकिन हिंदू महासभा ने इस बैठक का विरोध कर दिया।

इस बारे में हमने जब हिंदू महासभा के नेता जयदीर भारद्वाज से फोन पर चर्चा की तो उन्होंने प्रशासन भाजपा सरकार व हिन्दू संगठनों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि जब सागर ताल के सामने अस्थाई विसर्जन क्षेत्र में प्रशासन द्वारा गणपति विसर्जन के समय मूर्तियों को अपमानित किया जा रहा था, तब हिंदू संगठन कहां थे? साथ ही जब सावरकर सरोवर में पितृ तर्पण के लिए व्यवस्था प्रशासन ने नहीं की तो इसकी आवाज किसी हिंदू संगठन ने क्यों नहीं उठाई? इसके साथ ही भारत बांग्लादेश के बीच हो रहे टी ट्वेंटी क्रिकेट मैच के मामले में भी उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ हिंदू संगठन केवल भाजपा की चाटुकारित में लगे रहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मैच के विरोध में डर लग रहा है तो कम से कम गणपति विसर्जन में मूर्ति के अपमान और सावरकर का सरोवर में तर्पण की व्यवस्था पर तो ऐसे संगठन हवाई उठा सकते थे!

जयवीर भारद्वाज ने भारत बांग्लादेश टी ट्वेंटी क्रिकेट मैच के आयोजन को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यदि इस समय कांग्रेस की सरकार होती और यह मैच हो रहा होता तो भाजपा सड़कों पर होती और इसका विरोध करती। भाजपा है तो हिन्दू अपना अपमान सहन करे। हिन्दू अपने धर्म का अपमान सहन कर लें क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। आपको बता दें कि हिन्दू महासभा के नेता जयवीर भारद्वाज का यह बयान उस समय आया है। भारत बांग्लादेश मैच की तैयारियाँ पूरी हो चुकी है।टिकट भी लगभग पूरे बिक चुके हैं। और अभी तक भाजपा के किसी भी नेता ने मैच के आयोजन का विरोध नहीं किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *