प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून, भोपाल-इंदौर सहित 25 जिलों में बारिश का अलर्ट
भोपाल बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से प्रदेश में एक बार फिर वर्षा का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। बुधवार को इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही शहडोल, रीवा एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।
मौसम प्रणाली सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्र प्रदेश एवं दक्षिणी ओडिशा के तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके अतिरिक्त तेलंगाना के आसपास विपरीत दिशा की हवाओं का सम्मिलन (शियर जोन) बना हुआ है।
रुक-रुककर बारिश का अनुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन दो मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में दो-तीन दिन तक रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला बना रह सकता है। बुधवार को इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा हो सकती है।
विशेषकर इंदौर, उज्जैन एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के भी आसार हैं। इस सीजन में एक जून से लेकर 24 सितंबर की सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में कुल 1069.2 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (935.1 मिमी) की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है।
यहां हुई इतनी वर्षा
मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सिवनी में 62, मंडला में 45, उमरिया में 19, छिंदवाड़ा में 17, बैतूल में 10, खंडवा में छह, रीवा में दो, धार एवं इंदौर में 0.2 और जबलपुर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई।