टबैकू-फ्री यूथ कैंपेन 2.0 के तहत एस एन मेडिकल कॉलेज में बना तंबाकू उन्मूलन केंद्र
आगरा। विश्व में लगभग 1.3 बिलियन लोग तंबाकू का सेवन करते हैं और भारत में लगभग 28% वयस्क तंबाकू का सेवन करते हैं। इसके सेवन से विभिन्न प्रकार के प्रतिकूल प्रभाव होते हैं। तंबाकू के उपयोग के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के उद्देश्य से सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज परिसर में तंबाकू उन्मूलन केंद्र बनाया गया है। सेंटर नशा मुक्ति केंद्र के रूप में काम करेगा। केंद्र पर मरीजों को उपचार काउंसलिंग के द्वारा एवं दवाओं के द्वारा किया जाएगा।
इसके साथ-साथ मंत्रालय ने टबैकू-फ्री यूथ कैंपेन 2.0 शुरू किया है, जिसका उद्देश्य युवाओं को तंबाकू का उपयोग करने से रोकना या छोड़ने के लिए प्रेरित करना है। यह अभियान 60 दिनों तक चलेगा। इसमें शैक्षिक सामग्री प्रदान करने, प्रवर्तन अभियानों और IEC गतिविधियों को बढ़ावा देने और तंबाकू-मुक्त गांवों और शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि भारत के युवाओं में तंबाकू-मुक्त जीवनशैली को प्रोत्साहित किया जा सके।
डॉ काश्यपी गर्ग इस केंद्र की नोडल अधिकारी बनाई गई जो की मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर तैनात है।
इस कार्यक्रम में डॉ टीपी सिंह डॉ आशुतोष ,डॉ रेनू अग्रवाल, डॉ पंकज डॉ प्रीति एवं अन्य संकाय सदस्यों ने प्रतिभाग किया । कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में रेजिडेंट डॉक्टर डॉ दिलीप, डॉ रघुवीर, डॉ विदुषी, डॉ राहुल, डॉ नियति डॉ निधि, डॉ प्रियंका, डॉ अंकुर, ओ यस टी केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉ मनीष अन्य कर्मचारी डीटीसी केंद्र के कर्मचारी व मानसिक विभाग के अन्य कर्मचारी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।तंबाकू निषेध केंद्र देश की युवा पीढ़ी को इस भयावह मादक पदार्थ के दुष्परिणामों के बारे में जाग्रत कर एक तंबाकू रहित स्वस्थ जीवन जीने की राह पर चलने में सहायक होगा।