कल कलश स्थापना के साथ मां के 9 स्वरूपों की होगी पूजा, जानें घट स्थापना के दो शुभ मुहूर्त
रांची। राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में नवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। बुधवार को महालया था। अब मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना के लिए नवरात्रि का पर्व कल यानी 3 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है।
शारदीय नवरात्रि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि गुरुवार से आरंभ होगी, जिसमें प्रतिपदा के दिन घट की स्थापना करते हैं और पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के कुल 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है और इस दौरान उपवास रखते हैं और नौवें दिन कन्या पूजन का काम किया जाता है।
नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के दो शुभ मुहूर्त
गुरुवार को सुबह 6:15 से लेकर सुबह 7:22 तक
सुबह 11:46 से लेकर दोपहर 12:33 तक
3 अक्टूबर- माता शैलपुत्री की पूजा
पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है। इस पीले रंग के वस्त्र धारणकर मां शैलपुत्री की की पूजा करनी चाहिए। विवाह में परेशानियां आने पर मां शैलपुत्री की पूजा करनी चाहिए।
4 अक्टूबर-माता ब्रहमचारिणी की पूजा
दूसरे दिन यानी मां दुर्गा के दूसरे रूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनकर मां ब्रहमचारिणी की पूजा करनी चाहिए। शुक्रवार को हरे रंग के कपड़े पहनकर देवी पूजा करने से अच्छा परिणाम मिलता है।
5 अक्टूबर- माता चंद्रघंटा की पूजा
तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इस दिन आप किसी भी रंग के कपड़े पहन कर पूजा कर सकते हैं।
6 अक्टूबर- माता कुष्मांडा की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के चौथे रूप मां कुष्माण्डा की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा नारंगी रंग के वस्त्र धारण करने से जीवन में सफलता मिलती है।
7 अक्टूबर- मां स्कंदमाता की पूजा
पांचवे दिन 7 अक्टूबर को मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा करने से निःसंतानों की गोद भर जाती है।
8 अक्टूबर- मां कात्यायिनी की पूजा
छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायिनी की पूजा का जाती है। शत्रुओं का भय दूर होता है और पैसों की कमी नहीं रहती है।
9 अक्टूबर- मां कात्यायिनी की पूजा
सातवें दिन यानी मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि की पूजा करने से आनन्द की अनुभूति होती है और सभी तरह के संकटों से आजादी मिलती है।
10 अक्टूबर- मां महागौरी की पूजा
नवरात्रि के 8वें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और पूजा गुलाबी रंग के वस्त्र धारण कर से घर की सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इस दिन पूजा करने से सभी ग्रह दोष दूर हो जाते है।
11 अक्टूबर- मां सिद्धिदात्री की पूजा
नवें और अंतिम दिन मां दुर्गा के मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से जीवन में ठाट-बाट होते है।