IAS हैं यह ना सोचें कि हमें सब पता है, बेवजह कागज ना चलाएं, अनुराग जैन
भोपाल। प्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन ने गुरुवार को मंत्रालय में कामकाज संभाल लिया। सौजन्य भेंट के बाद उन्होंने अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ लगभग दो घंटे बैठक की।
उन्होंने इस दौरान समझाया कि आइएएस हैं तो हमें सब-कुछ आता है, इस भावना से काम नहीं करें, बल्कि दूसरी सेवाओं के विशेषज्ञों को भी साथ लेकर चलें। उनके अनुभव का लाभ उठाएं। एक विभाग से दूसरे विभाग को पत्र या पर्ची भेजने से अच्छा है कि आपस में चर्चा करें। कामकाज की प्रक्रिया को सरल बनाएं। अनावश्यक कागज चलाने का कोई औचित्य नहीं हैं। सभी एक-दूसरे के संपर्क में रहें और संवाद करें।
टीम भावना से करें काम
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के अधिकारियों से केवल प्रस्ताव भेजने के समय नहीं बल्कि हमेशा संपर्क में रहें। मेरे सामने जो फाइल लाएं उसमें यह अवश्य बताएं कि जो कर रहे हैं, उसका क्या लाभ है और क्या अच्छा कर सकते हैं। सभी अधिकारी टीम भावना से काम करें। दूसरे विभागों के विशेषज्ञों के अनुभवों को लाभ उठाएं। अन्य राज्यों में जो अच्छे काम हो रहे हैं, उन पर नजर रखें। अब तकनीक के उपयोग का जमाना है। सभी अपग्रेड हों। जहां जो भी अच्छा मिले, उसे ग्रहण करें।
पदभार ग्रहण करने की औपचारिकता की पूरी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से बुधवार को दिल्ली में भेंट करने के बाद गुरुवार को अनुराग जैन मंत्रालय पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन संजय दुबे और सचिव कार्मिक एम सेल्वेंद्रन की उपस्थिति में उन्होंने पदभार ग्रहण करने की औपचारिकता पूरी की।
अतिरिक्त आय के विकल्प तलाशें
प्रमुख सचिव वित्त मनीष रस्तोगी ने प्रदेश की वित्तीय स्थिति को लेकर जानकारी दी और आय बढ़ाने के प्रयासों के बारे में बताया। मुख्य सचिव ने कहा कि परियोजना या योजना में किस तरह निजी भागीदारी हो सकती है, इस पर विचार करें। प्रदेश के पास पर्याप्त भूमि है, इसके सदुपयोग पर ध्यान दिया जाए। प्रदेश में निवेश को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समिट में किए गए वादों को पूरा करने में तत्परता दिखाएं।
निवेशकों को सभी सुविधाएं समय पर मिले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा के दौरान उन्होंने महाराणा प्रताप नगर के फ्लाइओवर की डिजायन में परिवर्तन करने और पर अप्रसन्नता व्यक्त की।
सात संभागों के मास्टर प्लान पर करें काम
बैठक में मुख्य सचिव को बताया गया कि भोपाल और इंदौर के मास्टर प्लान पर काम चल रहा है। ये जल्द ही आ जाएंगे। इस पर उन्होंने कहा कि पुराने सातों संभाग (नर्मदापुरम, चंबल और शहडोल को छोड़कर) मुख्यालयों के मास्टर प्लान साथ में तैयार हों।