मुख्यमंत्री ने दिये 4 फ्लाईओवर, कैलाश विजयवर्गीय ने 25 मांग लिए, घर-घर होगी गौशाला, अनुदान देंगे हम: डॉ. मोहन यादव
मध्यप्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर को जबसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गोद लिया है तब से इंदौरवासियों के विकास का अरमान आसमान छूने लगा है। इसका जीता जागता उदाहरण कल उस समय मिला जब इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित चार फ्लाईओवर का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कर रहे थे, इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मांग कर डाली कि, मुख्यमंत्री जी इंदौर का काम चार फ्लाईओवर से नहीं चलने वाला है, हमें कम से कम 25 फ्लाईओवर चाहिए। तब मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कैलाश विजयवर्गीय की मांग से भी आगे बढ़कर 35 फ्लाईओवर की जरूरत की घोषणा कर दी और यहां तक कहा कि, इंदौर देश में स्वच्छता के मामले में अव्वल है, अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत संकल्प यात्रा के अभियान से जुड़कर इंदौर को हम विकास में भी अव्वल बनाएंगें। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मप्र सरकार के द्वारा गौशाला चलाने वालों के लिए अनुदान का पिटारा खोल दिया। उन्होंने कहा कि, घर-घर गौशाला का निर्माण करिए, अनुदान सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि, अब नगर निगम के कांजीहाउस मवेशियों को बांधने का काम नहीं करेंगे, गायों को पकड़-पकड़कर बांधा नहीं जाएगा। अब तो जितनी भी गाय आवारा होंगी, बीमार होंगी, उनका संरक्षण मप्र सरकार करेगी और यह जिम्मेदारी सभी नगर निगमों को और नगर पालिकाओं को उठाना होगा। इस अवसर पर विशेष बात यह भी रही कि, मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट की तारीफ में खूब तालियां बजवाई। उन्होंने कहा कि, भगवान विष्णु का भोग बिना तुलसी के नहीं लगता, तो फिर इंदौर का विकास बिना तुलसी के कैसे होगा। उक्त बात सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में एक साथ चार ब्रिज के लोकार्पण समारोह में कही। फूठी कोठी पर आयोजित मुख्य समारोह में बरसते पानी में वे पहुंचे। इंदौर विकास प्राधिकरण ने इन ब्रिजों के निर्माण पर सवा दो सौ करोड़ रुपये खर्च किए है। कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहकर चौका दिया कि इंदौर में प्रतापगढ़ से नशा आता है। मेरे पास इसकी पूरी जानकारी है। इस मामले में भोपाल पुलिस हस्तक्षेप करे। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने भाषण में कहा कि मालवा को किसी की नजर नहीं लगने दी जाएगी। अवैध काम करने वालों के खिलाफ अफसर सख्त एक्शन लें। सरकार की तरफ से पूरी छूट है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि इंदौर में चार ब्रिज का लोकार्पण हुआ है। इंदौर स्वच्छता के लिए पहचाना जाता है। इंदौर में 400 करोड़ की लागत से सीवरेज का काम होगा। आने वाले समय में इंदौर में कोई चौराहे पर ट्रैफिक जाम नहीं होगा। इसके लिए चाहे 25 ब्रिज बनाना पड़े, बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा प्रदेश में दूध उत्पादन के साथ दूध के उत्पाद भी बढ़ाए जाएंगे। दूध खरीदी में भी सरकार बोनस देगी। इसके अलावा नगर निगम पांच हजार से दस हजार गायों की गौशाला चलाएगा। उसका सरकार खर्च देगी। शिलान्यास के पत्थर पर ब्रिज के नामकरण के कारण उठे विवाद पर उन्होंने कहा कि ब्रिज का नामकरण सेवालाल महाराज के नाम से किया जा रहा है। फूटी कोठी नामकरण गया भाड़ में। हम क्यों फूठी कोठी को याद करें। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इंदौर में 25 ज्यादा ब्रिज और अंडर ब्रिज की जरुरत है। कांग्रेस के शासनकाल में इंदौर में सिर्फ दो ब्रिज थे। भाजपा के शासनकाल में 28 ब्रिज बन गए। हम विकास के लिए राजनीति करते है। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक की समस्या है। दूसरी समस्या नशे की है। हमें पुलिस की कार्रवाई से संतोष है, लेकिन संतुष्टी नहीं है। चोर पकड़ में रहे है, लेकिन चोर की मां पकड़ में नहीं आ रही है। इंदौर में प्रतापगढ़ से नशा आता है। मुझे तो नशे के सौदागरों के नाम भी मालूम है। हमें इंदौर में नशे को जड़ से खत्म करना है। इंदौर अहिल्या माता की नगरी है। यहां संस्कार है, संस्कृति है। महिलाएं रात को निडर होकर निकलती है,लेकिन कई बार नशा करने वाले शहर को बदनाम करते है। मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि कई वर्षों से ट्रैफिक की समस्या शहर के प्रमुख चौराहों पर है, लेकिन चार चौराहों पर अब समस्या समाप्त हो गई है। यहां तय समयसीमा में इंदौर विकास प्राधिकरण ने ब्रिज बना दिए। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य चौराहों पर भी ब्रिज की जरुरत है।