‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा सही नहीं’, भाजपा नेता अशोक चव्हाण बोले- मैं इसके पक्ष में नहीं
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा सही नहीं है, साथ ही यह अप्रासंगिक भी है और लोग भी इसे पसंद नहीं करेंगे। भाजपा सांसद ने वोट जिहाद बनाम धर्मयुद्ध की बयानबाजी को भी ज्यादा महत्व नहीं दिया।
पूर्व सीएम बोले- मैं ऐसे नारों के पक्ष में नहीं
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी रैलियों में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा लगाते रहे हैं। जब इसके बारे में अशोक चव्हाण से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘इसकी (नारे की) कोई प्रासंगिकता नहीं है। चुनाव के समय नारे दिए जाते हैं। यह नारा सही भी नहीं है और मुझे नहीं लगता कि लोग भी इसे पसंद करेंगे। व्यक्तिगत रूप से कहूं तो मैं ऐसे नारों के पक्ष में नहीं हूं।
अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र के नांदेड़ के अर्धपुर में कहा, ‘हर राजनेता को बहुत सोचने के बाद फैसला लेना होता है। हमें यह भी देखना होगा कि किसी की भावनाएं आहत न हों।’ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने पिछले हफ्ते कहा था कि ‘वोट जिहाद’ का मुकाबला वोट के ‘धर्मयुद्ध’ से किया जाना चाहिए। चव्हाण ने कहा कि महायुति और भाजपा की नीति विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र है। उन्होंने कहा कि मैं इसे ज्यादा महत्व नहीं देता। मेरा एकमात्र एजेंडा विकास है। इसलिए पार्टी बदलने के बावजूद लोग मेरे रुख की सराहना करते हैं।