मोदी है तो मुमकिन, मोहन है तो यकीन, प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ से मिलती है नई ऊर्जा और नई प्रेरणा: डॉ. मोहन
मध्यप्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार के सकारात्मक कार्यों की प्रशंसा प्रदेश ही नहीं, देशभर में भी होने लगी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के पर्यावरण संरक्षण प्रयासों की सराहना की है। प्रधानमंत्री की शाबाशी से निश्चित रूप से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का उत्साह वर्धन होगा और प्रदेशवासियों का सिर भी गर्व से ऊंचा होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा भी है कि यह निश्चित रूप से सभी के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम से सदैव नई ऊर्जा और नया करने की प्रेरणा मिलती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुंबई प्रवास के दौरान ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 116 वां संस्करण का श्रवण किया। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश तथा प्रदेश में हो रहे नवाचारों को देखते हुए कहा जा सकता है कि ‘मोदी हैं तो मुमकिन और मोहन है तो यकीन’ पक्का हो चुका है कि सरकार की गारंटियों को पूरा होना से कोई नहीं रोक पाएगा।
‘एक पेड़ मां के नाम’:
बता दें कि प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में इंदौर की रेवती हिल्स में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत 24 घंटे में 12 लाख से अधिक पेड़ लगाने के रिकॉर्ड का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस अभियान से बंजर रेवती हिल्स का क्षेत्र अब ग्रीन जोन में परिवर्तित हो जाएगा। यही नहीं, प्रधानमंत्री ने भोपाल के महेश का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने मोहल्ले के बुजुर्गों को डिजिटल पेमेंट के उपयोग का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे बुजुर्गों को डिजिटल तकनीक के उपयोग में मदद करें और उन्हें जागरूक करें कि ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी कोई सरकारी योजना नहीं है।
‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’:
प्रधानमंत्री ने युवाओं को एनसीसी से जुडऩे और व्यक्तित्व विकास के अवसरों का लाभ उठाने की सलाह दी। उन्होंने 11-12 जनवरी को दिल्ली में आयोजित होने वाले ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ का जिक्र किया, जिसमें गांव और शहरों से लगभग 2000 युवा भाग लेंगे। वहीं प्रधानमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण में गौरेया पक्षी के महत्व पर चर्चा की और इसे वापस लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सरकारी दफ्तरों में चलाए गए स्वच्छता अभियानों और प्लास्टिक वेस्ट को रीसाइकिल कर उपयोगी बनाने की अपील भी की।
इस समाचार विश्लेषण का लब्बोलुआब यह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से मध्यप्रदेश के पर्यावरण संरक्षण, डिजिटल क्रांति में बुजुर्गों की भागीदारी, युवाओं के सामुदायिक योगदान, और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इंदौर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान और भोपाल के महेश जैसे प्रेरणादायक प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने युवाओं को समाज और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और सक्रिय भूमिका निभाने की प्रेरणा दी। यह कार्यक्रम सामूहिक प्रयासों और सकारात्मक बदलावों के महत्व को उजागर करता है।