Fri. Jan 10th, 2025

मसूरी में चुनाव में कौन मंगा रहा शराब, आबकारी विभाग ने किया भंडाफोड़

निकाय चुनाव से पहले शराब तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं। चुनाव प्रभावित करने के लिए नेताओं के इशारे पर शराब की खेप मंगाने से भी गुरेज नहीं किया जा रहा है। हालांकि, इन मंसूबों पर पानी फेरते हुए देहरादून की आबकारी टीम ने एक पिकअप वाहन से चंडीगढ़ से तस्करी कर लाई जा रही शराब की 58 पेटी पकड़ ली। तस्करी के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शराब को मसूरी पहुंचाया जाना था। जिसका प्रयोग चुनाव में करने की मंशा थी।

जिला प्रभारी आबकारी अधिकारी/उपायुक्त प्रभाशंकर मिश्रा के निर्देश और निरीक्षक दर्शन सिंह चौहान, विजेंद्र भंडारी के नेतृत्व में आबकारी कार्यालय की सेक्टर एक और दो की संयुक्त टीम ने सहरानपुर रोड पर वाहनों की सघन चेकिंग शुरू की। मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पहले से दबिश देकर बैठी आबकारी टीम ने पिकअप वाहन यूके07सीबी 14207 को रोक लिया। जांच में पिकअप में प्लास्टिक के खली ड्रम रखे हुए थे। जबकि इनकी आड़ में पीछे की तरफ चैंबर बनाकर शराब की पेटियां रखी गई थीं।

जिसमें चंडीगढ़ ब्रांड की 50 पेटी 999 व्हिस्की और 08 पेटी राजधानी XXX रम पाई गई। शराब प्लास्टिक की बोतलों में पाई गई, जिसे और गंभीर माना जा रहा है। शराब तस्करी के आरोप में दिनेश पाल निवासी रिठानी गांव, मेरठ और दिनेश राणा निवासी ग्राम फिटकरी मेरठ को गिरफ्तार कर वाहन को सीज कर दिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शराब को तिलकराम नाम के व्यक्ति ने देहरादून पहुंचाने को कहा था।

यह शराब सुनीत नाम के व्यक्ति को पहुंचाई जानी थी। जिसे मसूरी में चुनाव में खपाने की योजना थी। आबकारी टीम अब तिलकराम और सुनीत की तलाश में जुट गई है। ताकि शराब के मसूरी कनेक्शन का खुलासा भी किया जा सके। बरामद शराब की कीमत करीब 2.5 लाख रुपये आंकी गई है। वहीं, आबकारी आयुक्त एचसी सेमवाल ने निकाय चुनाव के मद्देनजर चौकसी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। टीम में उप निरीक्षक किशन सिंह चौहान, अमित भंडारी, सूरज, सतेंद्र, विपेंद्र चौहान, नवीन नौटियाल, ज्योति सुंदरियाल, अनीता आदि शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

HMPV वायरस की दुनिया में क्या रफ्तार: किन देशों में मिल रहे संक्रमित, भारत में फिलहाल कैसी स्थिति? जानेंHMPV Virus Cases: भारत में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कितने केस-कहां मिले हैं? दुनिया में इस वायरस से जुड़े मामले कहां-कहां मिले हैं? और वहां कितने संक्रमितों की बात सामने आ रही है? आइये जानते हैं… ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर दुनियाभर में अलर्ट की स्थिति है। चीन में दिसंबर के मध्य से फैल रहे संक्रमण को लेकर डर की स्थिति तब और बढ़ गई, जब भारत में एचएमपीवी के केसों की पुष्टि हुई। इस बीच चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया। इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था।