Wed. Jan 8th, 2025

टेस्ट से संन्यास की रिपोर्ट्स पर रोहित शर्मा ने तोड़ी चुप्पी, दिया यह बयान

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जा रहा है। मैच के दूसरे दिन रोहित शर्मा ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने उन सभी रिपोर्ट्स का खंडन किया है, जिसमें कहा जा रहा था कि रोहित टेस्ट से संन्यास लेने वाले हैं। रोहित ने कहा है कि यह कोई संन्यास नहीं है और वह जल्द से जल्द पूरे दम के साथ वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ इस टेस्ट में नहीं खेल रहे हैं। रोहित ने कहा कि भारत के लिए सिडनी टेस्ट जीतना और बॉर्डर गावस्कर को रिटेन करना ज्यादा जरूरी था और टीम के हित में उन्होंने ये फैसला लिया।रोहित ने दूसरे दिन लंच ब्रेक के दौरान ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स से लगभग 15 मिनट बातचीत की और उन सभी रिपोर्ट्स का खंडन किया, जिसमें कहा जा रहा था कि रोहित टेस्ट से संन्यास लेने जा रहा हैं। बीते कुछ दिनों से कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि उन्हें बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट को टेस्ट से संन्यास की जानकारी दे दी है और सिडनी टेस्ट के बाद वह इसकी जानकारी दे देंगे। हालांकि, रोहित ने इसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि टीम के लिए उन्होंने ये फैसला लिया, क्योंकि उनकी बैटिंग फॉर्म अच्छी नहीं थी। उनके लिए निजी हित से ज्यादा जरूरी टीम का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवां टेस्ट जीतना जरूरी था।रोहित ने कहा- मेरे दिमाग में चल रहा था कि मेरी बैटिंग फॉर्म अच्छी नहीं चल रही है। आप आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ियों को ज्यादा मौके नहीं दे सकते। इसलिए मेरी यह समझ थी कि मैं ये बात कोच और चयनकर्ताओं को बताऊं कि ये चीजें मेरे मन में चल रही हैं। उन्होंने मेरे फैसले की सराहना की और कहा कि आप इतने समय से खेल रहे हो और आपको पता है कि आप क्या कर रहे हो और क्या नहीं कर रहे हो। मेरे लिए यह फैसला लेना मुश्किल था, लेकिन अगर सबकुछ सामने रखा जाए तो यह फैसला जरूरी था। ज्यादा आगे की सोचूंगा नहीं, लेकिन इस समय पर टीम को क्या चाहिए था, बस यही सोच रहा था। इसके अलावा कुछ नहीं सोचा।यह पूछे जाने पर कि यह फैसला उन्होंने मेलबर्न टेस्ट के बाद बनाया था या सिडनी टेस्ट से एक दिन पहले बनाया? रोहित ने कहा- यह फैसला मैंने सिडनी आकर लिया। मेलबर्न टेस्ट खत्म होने के बाद हमारे पास दो दिन का समय था और उसमें भी एक दिन नए साल का था। नए साल पर मुझे चयनकर्ता और कोच से ये बात नहीं करनी थी। ये बात मेरे दिमाग में चल रही थी कि मैं कोशिश कर रहा हूं, लेकिन हो नहीं रहा है। तो यह मुझे समझना होगा कि मुझसे नहीं हो रहा है और मेरे लिए किनारे हटना जरूरी था। रोहित ने कहा- ये जो फैसला है, वह संन्यास का नहीं है और न ही मैं पीछे हटने वाला हूं इस प्रारूप से। सिडनी टेस्ट से मैं बाहर हुआ हूं क्योंकि बल्ला नहीं चल रहा है। कोई गारंटी नहीं है कि पांच महीने के बाद बल्ला नहीं चलेगा…कोई गारंटी नहीं है कि दो महीने के बाद बल्ला नहीं चलेगा। क्रिकेट में हम सबने देखा है कि हर सेकंड, हर क्षण जिंदगी बदलती है। मुझे अपने आप पर विश्वास है कि चीजें बदलेंगी। हालांकि, मुझे इस क्षण में क्या जरूरी है, उस पर भी ध्यान देना था। कोई क्या बोल रहा (संन्यास कि रिपोर्ट्स) उससे हमारी जिंदगी नहीं बदलती है। ये लोग फैसला नहीं ले सकते कि हम कब संन्यास लें, हम कब नहीं खेलें, हमें कब बाहर बैठना है या हम कब कप्तानी करें। समझदार व्यक्ति हूं, मैच्योर हूं..दो बच्चों का बाप हूं, तो मेरे पास थोड़ा दिमाग है कि मुझे जिंदगी में क्या चाहिए। जो कुछ भी लिखा जा रहा है वह हमारे कंट्रोल में नहीं है और जिस चीज पर हम कंट्रोल नहीं कर सकते, उस पर ध्यान देकर कुछ होने वाला नहीं है। होने दो यार..क्या कर सकते हैं! अपना गेम खेलो और ध्यान दो कि आपको कैसे जीतना है, उससे ज्यादा हम क्या कर सकते हैं।

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