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GIS कंट्री पार्टनर बनेगा जापान, मैं मुख्य सेवक हूं मुख्यमंत्री नहीं : डॉ. यादव

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का विजन आदिवासी अंचल शहडोल में भी कामयाब हो गया है। आदिवासियों के मन से उपेक्षा का भाव समाप्त करने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव मप्र में मील का पत्थर भी साबित होने जा रहा है। अवसर था शहडोल में कल मप्र की मोहन सरकार ने अपना आखिरी एवं 7 वां रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आदिवासी बाहुल्य जिला शहडोल में आयोजित करते हुए यह संदेश देने में सफलता पा ली है कि, मप्र में उनकी सरकार विकास के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विकास अभियान को सबके लिए लागू करने के संकल्प के साथ अपना काम कर रही है। उन्होंने कल शहडोल में आयोजित 7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 32 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिलने पर संतुष्टि जाहिर की है। उन्होंने कहा कि, इन निवेशों से शहडोल और आसपास के क्षेत्रों में 31 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 15 उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की और उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर एमएसएमई ईकाइयों के लिए शहडोल को स्वर्णभूमि भी बताया है। उनके अनुसार 402 हेक्टेयर जमीन पर 102 इकाइयां स्थापित होंगी मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि शहडोल क्षेत्र में ऊर्जा, खनिज, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में बड़े निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगा था कि 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा, लेकिन यह संख्या उम्मीद से कहीं ज्यादा है। साडा, टीएमटी ग्रुप, पतंजलि, रिलायंस, और बिड़ला जैसे बड़े समूहों ने भी निवेश में रुचि दिखाई है। बता दें कि, टोरंटो पावर: 18 हजार करोड़ रुपये का निवेश, 7 हजार से अधिक रोजगार के अवसर। जेएमएस: 350 करोड़ रुपये का निवेश, 550 से अधिक रोजगार। टेक्सटाइल क्षेत्र: 1200 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव। मुख्यमंत्री ने शहडोल क्षेत्र में विकास के लिए नई परियोजनाओं की भी घोषणा की शहडोल में रिंग रोड बनाई जाएगी। अनूपपुर में बायपास रोड का निर्माण होगा। इंजीनियरिंग कॉलेज में नए कोर्स शुरू किए जाएंगे। यह लिखने में संकोच नहीं है कि , रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उज्जैन से शुरू हुआ सफर शहडोल में भी आकर थका नहीं। यूं कहा जाए कि, जो जज्बा उज्जैन में था वही जज्बा शहडोल के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में भी दिखे इसके लिए मुख्य सचिव अनुराग जैन के निर्देश पर उद्योग विभाग के सभी नौकरशाहों ने ईमानदारी से मेहनत की और जिला कलेक्टर शहडोल केदार सिंह ने होस्ट की अहम भूमिका निभाई जिसकी वजह से शहडोल का आरआईसी भी परवान चढ़ गया, इसमें कोई संकोच नहीं है। हालांकि मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक हुई सभी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव्स के माध्यम से राज्य में 4 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है। प्रदेश सरकार होटल, स्कूल, यूनिवर्सिटी और अस्पताल जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है। कार्यक्रम में साडा, टीएमटी ग्रुप, पतंजलि, रिलायंस और बिड़ला समेत कई बड़े उद्योग समूहों ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई। सीएम ने कहा कि ये निवेश राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। बता दें कि, इस कॉन्क्लेव के लिए 5000 से अधिक निवेशकों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से आए 40 से अधिक बड़े उद्योगपति शामिल हुए। स्थानीय निवेशकों ने भी इसमें भाग लिया। इस विशेष रिपोर्ट का लब्बोलुआब यह है कि, प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत संकल्प अभियान के अंतर्गत मोदी के विजन को डॉ. मोहन यादव ने मप्र सरकार का मिशन बनाकर कार्य प्रारंभ कर दिया है जिसका जीता जागता प्रमाण यह है कि, उज्जैन से शुरू हुआ रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने शहडोल जैसे अंचल में सफलता के शिखर को छू लिया है ऐसा माना जाए तो चौंकिएगा मत।

कॉन्क्लेव में ये कंपनियां शामिल:
टोरेन्ट पावर लिमिटेड
शारदा एनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड छ्व रामा सीमेंट इंडस्ट्रीज
श्री बजरंग पावर लिमिटेड
रिलायंस इंडस्ट्रीज छ्व अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड छ्व ओरिएंट पेपर मिल एसीसी सीमेंट लिमिटेड छ्व आरके ग्रुप रायपुर
महावीर कोल रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड

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