Sun. Feb 23rd, 2025

मध्यप्रदेश का महाराष्ट्र से है दिल का रिश्ता : डॉ. यादव

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार का बीता हुआ एक वर्ष कुछ इस तरह बीता ‘मैं मुख्यमंत्री मोहन यादव बोल रहा हूं – उद्योगपतियों मध्यप्रदेश आओ जो चाहो पाओ, शर्त है मेरे प्रदेश के एक करोड़ बेरोजगारों को काम पर लगाओ।’ यूं कहा जाए कि, मप्र में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने कम खर्चे के साथ इतना बढ़ा इन्वेस्टमेंट लाने का जो पराक्रम किया है इससे तो आजादी के बनी जितनी भी सरकारें हैं सब अपने आपको बौना मानने लगें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। हम कांग्रेस की सरकारों की बात छोड़ दें और खासकर दिग्विजय सिंह के 10 सालों का बंटाढार वाली सरकार छोड़ दें तो यह लिखने में संकोच नहीं है कि, एक मात्र नौकरशाह राधेश्याम जुलानिया जिसने 17 सालों की शिवराज सरकार को सिंचाई के क्षेत्र में अव्वल बनाया बाकी जिन अन्न दाताओं ने कृषि कर्मण अवार्ड दिलवाए वे आज तक अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की सड़कें न होती तो मप्र के पास लाखों-करोड़ों के कर्ज के अलावा कुछ नहीं होता। यह बातें बकवास की हैं कि आपने लाड़ली बहनों को 1250 रुपया क्या दे दिया उनका विकास कर दिया। सच तो यह है मामाजी जीवन स्तर में कोई सुधार नहीं आया, कुपोषण बढ़ा, भ्रष्टाचार बढ़ा और मप्र घोटालों का सरताज बना। इस लिहाज से वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की संकल्पबद्धता और विजन प्रधानमंत्री मोदी के विजन से ईमानदारी से मेल खाती है इस बात को मुख्यमंत्री ने अपने 8 संभागों में हुए रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के माध्यम से स्थापित कर दिया है। यूं कहा जाए कि प्रधानमंत्री का एमएसएमई का मिशन ही भारत को वाइब्रेंट इंडिया बनाने जा रहा है और वाइब्रेंट इंडिया को वाइबे्रंट मप्र का कितना योगदान मिलने वाला है इसकी आप कल्पना नहीं कर सकते। क्योंकि डॉ. मोहन यादव ने ग्लोबस इन्वेस्टर्स मीट को जनता की गाढ़ी कमाई का 7-8 सौ करोड़ रुपए खर्च करने का एजेंडा नहीं बनाया है। उन्होंने जनता की गाढ़ी कमाई का एक-एक पाई का हिसाब करने के लिए 8 रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव आयोजित करके यह बता दिया है कि, वे मप्र की जनता के लिए सबसे बड़े स्वप्रदृष्टा बन चुके हैं जिसमें उनका विजन है कि, मप्र के एक करोड़ युवाओं को रोजगार मिले और ऐसा हो जाए तो आश्चर्य कुछ भी नहीं होगा। इसलिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 24 और 25 फरवरी को भोपाल में होने वाली ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ के लिए उद्योग समूहों और निवेशकों को आमंत्रित किया है जिसमें 300 प्रमुख उद्योगपतियों ने पुणे में मुख्यमंत्री से सीधी मुलाकात की और उम्मीद की जा रही है कि इन मुलाकातों में एक लाख करोड़ से अधिक का पूंजीनिवेश प्रस्ताव मिलेगा। बता दें कि, कल पुणे में हुए इंटरैक्टिव सेशन में उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों और निवेशकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों और निवेश के लिए मध्यप्रदेश संभावनाओं का प्रदेश है। प्रदेश में वर्ष-2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया है। औद्योगिक विकास की गति को तेज कर प्रदेश को आर्थिक रूप से अधिक उन्नत और समृद्ध बनाने के उद्देश्य से निवेश-अनुकूल नीतियों, उत्कृष्ट बुनियादी ढाँचे और कुशल मानव संसाधन की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग जगत को श्रमिक समस्या सहित अन्य कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता। स्वयं के कार्य पर एकाग्रता के साथ ध्यान देना प्रदेशवासियों का विशिष्ट गुण है। ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का विचार सरकार और समाज में रचा बसा है। सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों से प्रबंधन के वर्तमान दौर में मध्यप्रदेश में उद्योगों का संचालन अधिक सरल और सुगम हुआ है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से उद्योग समूहों और मध्यप्रदेश के संबंध अधिक प्रगाड़ होंगे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उद्योगपतियों का देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश का महाराष्ट्र से दिल का रिश्ता है। पुणे का मौसम मध्यप्रदेश से मिलता-जुलता है। मालवा के सभी देव स्थान महाराष्ट्र के साथ जुड़े हैं। डॉ. यादव ने छत्रपति शिवाजी, सिंधिया, होल्कर, पेशवा का उल्लेख करते हुए कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई ने सुशासन, शौर्य, कौशल संवर्धन के साथ ही धर्म के क्षेत्र में अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किए। पांच जिलों में विस्तारित उनका राज्य देश में सुशासन का आदर्श बना। डॉ. यादव ने कहा कि हम सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामय: के भाव के अनुसार अन्य प्रदेशों और देशों से आने वाले उद्योगों का स्वागत और सबके कल्याण एवं प्रगति की कामना करते हैं। पिनेकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड पीथमपुर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुधीर मेहता ने पुणे में ‘इन्वेस्ट एमपी इंटरैक्टिव सेशन’ के अवसर पर मध्यप्रदेश में अपने व्यावसायिक अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश निवेश के लिए एक आदर्श स्थान है। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन विभाग और एमएसएमई राघवेन्द्र कुमार सिंह ने एडवांटेज एमपी और राज्य में निवेश के अवसरों पर प्रकाश डाला। अतिरिक्त मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय दुबे ने आईटी, आईटीईएस और ईएसडीएम सेक्टर में निवेशकों को राज्य की नीतियों और परियोजनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया। एडिशनल मैनेजिंग डायरेक्टर पर्यटन विभाग बिदिशा मुखर्जी पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के अवसरों की जानकारियां दीं। इस अवसर पर विकसित भारत – विकसित मध्यप्रदेश पर लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। इस समाचार विश्लेषण का लब्बोलुआब यह है कि मप्र के इतिहास में पहली बार मप्र सचमुच में वाइब्रेंट होते दिखाई दे रहा है ऐसा माना जाए तो चौंकिएगा मत।

सीएम ने की उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुणे रोड-शो के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से मध्यप्रदेश में निवेश के लिये वन-टू-वन संवाद कर प्रदेश में निवेश के अवसर और संभावनाओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से वन-टू-वन संवाद में राकेश नवानी जाइंट एमडी जेटलाइन प्राइवेट लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र ने गेमिंग स्टूडियो स्थापित करने एवं गेमिंग अधोसंरचना विकास, रजनीकांत बेहरा कार्यकारी निदेशक आरएसबी ट्रांसमिशन (आई) लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र विस्तारीकरण के अंतर्गत निवेश, तरूण सिन्हा प्रेसिडेंट दीपक फर्टिलाइजर्स एंण्ड पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र प्रदेश में खनिज उत्पादन, औद्योगिक रसायन एवं उर्वरक उत्पादन में वृद्धि, अश्विनी मल्होत्रा मैनेजिंग डायरेक्टर वीकफील्ड फूड्स प्रायवेट लिमिटेड पुणे खुदरा दुकानों और संस्थानों के माध्यम से उपस्थित दूरम गेहूँ की खेती और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए राज्य शासन से वित्तीय सहायता प्रदाय किये जाने, विवेक श्रीवास्तव सीईओ इंडिया बिजनेस सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रस्तावित निवेश, संजीव नाइक निबालकर चेयरमेन गोविंद मिल्क एण्ड मिल्क प्रोडक्ट्स सतारा महाराष्ट्र प्रदेश में दुग्ध प्रसंस्करण हेतु प्रस्तावित निवेश, ग्लिन जोन्स कंट्री मेनेजर एवं अध्यक्ष त्रश्वस्ञ्ज्ररूक्क ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र प्रदेश के ऑटो सेक्टर में सहयोग प्रदाय करने, विनीत धवन संस्थापक एवं सीईओ डीसीटी और डीकैफे पुणे महाराष्ट्र प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन, आशीष कुलकर्णी संस्थापक एवं सीइओ पुनर्युग आर्टविजन प्रा. लिमिटेड और अध्यक्ष (फिक्की एवीजीसी एक्सआर फोरम) पुणे महाराष्ट्र ्रङ्कत्रष्ट-ङ्गक्र क्षेत्रों में निवेश के लिए राज्य की नीति और प्रोत्साहन, हिरोशी योशीजेन मैनेजिंग डायरेक्टर ब्रिजस्टोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र, विस्तारीकरण की निवेश संभावनाओं, बाबा कल्याणी सीएमडी भारत फोर्ज लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र सौजन्य भेंट, डॉ. अभय फिरोदिया चेयरमैन फोर्स मोटर्स लिमिटेड पुणे महाराष्ट्र विस्तारीकरण हेतु वित्तीय सुविधाओं, संविद गुप्ता जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर गेटवे डिस्ट्रीपाक्र्स प्रा. लिमिटेड नई दिल्ली आईसीडी परियोजना में प्रस्तावित निवेश, नचिकेता साहू डायरेक्टर सिनेडोट एंटरटेनमेंट जबलपुर मध्यप्रदेश इकाई स्थापना के लिये भूमि आवंटन एवं वित्तीय सुविधाओं, डॉ. नंदकिशोर रमाकांत एकबोटे डायरेक्टर प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसायटी पुणे (मॉडर्न कॉलेज) पुणे महाराष्ट्र शिक्षा के क्षेत्र में प्रस्तावित निवेश और हंसमुख रावल मैनेजिंग डायरेक्टर माय लैब डिस्कवरी सोल्यूशन्स पुणे महाराष्ट्र से स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश पर चर्चा हुई।

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