दिल्ली विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश के दो किरदार, डॉ. मोहन यादव – डॉ. नरोत्तम मिश्रा दोनों हो रहे हैं भाजपा में असरदार, 36 सीटों पर कमल खिलाने का दावा, घबरा गए केजरीवाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए यह एक खुशखबर है कि, मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व गृहमंत्री, भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की 36 विधानसभा क्षेत्रों में जीत के साथ कमल खिलाने का दावा कर दिया है। दोनों नेताओं की सभाओं और आमसभाओं दोनों का व्यापक असर दिल्ली के करीब 70 विधानसभा क्षेत्रों में वायरल हो रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री डॉ. यादव को हिन्दुत्व के ध्वजवाहक की भूमिका में काम करने के निर्देश मिले हैं जिसके चलते डॉ. मोहन यादव अयोध्या में राम और मथुरा से लेकर दिल्ली की यमुना तक भगवान कृष्ण के उद्देश्यों से मतदाताओं को लुभा रहे हैं। जब डॉ. मोहन यादव कल रोहणी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार का प्रचार कर रहे थे तब राम के मर्यादा पुरुषोत्तम होने के साथ-साथ उनकी लोकनीति का और कृष्ण के गीता उपदेशों से जनता को जिस तरह जोड़कर दिखाया उससे से ऐसा प्रतीत होने लगा कि, दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के आसार पैदा हो गए हैं। उधर दूसरी ओर जिन विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम बहुल्य इलाका है वहां पर पूर्व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की सभाओं का रिकार्ड बन रहा है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा कहते हैं जिस कश्मीर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं लहराने दिया जाता था वहां पर प्रधानमंत्री मोदी ने तिरंगा भी लहराया और चांद पर जाकर तिरंगा लहराने का कीर्तिमान भी हासिल किया। डॉ. मिश्रा जब कहते हैं कि, आतंकवादी ने जब भारतीयों के सिर काटने की बात की तो प्रधानमंत्री मोदी ने आंख में आंख डालकर उनको घर में घुसकर मारा। बता दें कि डॉ. नरोत्तम मिश्रा के हर वाक्य में जितनी बार तालियां बजती हैं यदि उसी उत्साह से भाजपा को वोट डल जाएं तो केजरीवाल जी के दिमाग दुरुस्त हो जाएंगे। फिर आप पार्टी को सरकार बनाना तो दूर भाजपा 36 विधायकों के साथ सरकार बनाने के नजदीक पहुंच जाएगी जो कि थोड़ा दिल्ली के मिजाज से संभव नहीं है। फिर भी यदि डॉ. मिश्रा उन लोगों पर प्रहार करते हैं जिन लोगों ने ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे लगाए थे तब तो माहौल कुछ देखते ही बनता है। डॉ. नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि इन्हीं देशद्रोहियों ने जब यह कहा कि, अफजल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं, भारत तेरे टुकड़े होंगे ईशां अल्ला-ईशां अल्ला, तब इनसे मिलने कौन गया था राहुल गांधी सबसे पहले इसके बाद केजरीवाल। तो आखिर देशद्रोही कौन, सभा से आवाज आई केजरीवाल केजरीवाल। तालियों की गडगड़़ाहट के बीच नरोत्तम जनता से पूछते हैं क्या इन्हीं देशद्रोहियों को दिल्ली की जनता वोट देगी तो सभा से तालियों के साथ आवाज आती है जय श्रीराम जय श्रीराम। इस कड़वी खबर का लब्बोलुआब यह है कि, मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा अरविन्द केजरीवाल की आप पार्टी के खेल को उलटने में असरदार किरदार की भूमिका निभा रहे हैँ ऐसा माना जाए तो चौंकिएगा मत। लेकिन चौंकिएगा तब जब इन दोनों नेताओं के दावे प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकर करते हुए 36 विधानसभा क्षेत्रों में कमल का फूल खिलाने में सफल हो जाएं।