फिर हरियाणा से मिला दिल्ली को CM
रेखा गुप्ता दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी। वह हरियाणा के जींद के जुलाना के नंदगढ़ गांव से हैं। नंदगढ़ में रेखा गुप्ता के दादा मनीराम और परिवार के लोग रहते थे। पिता जयभगवान बैंक मैनेजर बने तो दिल्ली में ड्यूटी थी। इस कारण वे दिल्ली में परिवार के साथ जा बसे। रेखा गुप्ता से पहले आप के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी हरियाणा से थे और भाजपा की दिग्गज नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं सुषमा स्वराज भी हरियाणा से जुड़ाव था।नंदगढ़ गांव के बलवान नंबरदार ने बताया कि 50 साल पहले तक रेखा के दादा मनीराम जिंदल, परदादा गंगाराम की गांव में दुकान थी। इसके बाद उन्होंने जुलाना में आढ़त की दुकान की। गांव की जमीन को बेचकर वह जुलाना में रहने लगे थे। जिंदल परिवार के लोगों ने गांव में शिव मंदिर भी बनाया हुआ है। यहां हर वर्ष परिवार के लोग पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। गांव में रेखा के परिवार का बेहद अच्छा व्यवहार रहा। रेखा के पिता जयभगवान 1972-73 में मैनेजर बने तो उनकी ड्यूटी दिल्ली में लग गई थी, इसलिए वे दिल्ली में शिफ्ट हो गए।रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हुआ था। छात्र जीवन से ही रेखा राजनीति में सक्रिय हो गई थीं। रेखा के पति मनीष स्पेयर पार्ट का बिजनेस करते हैं। रेखा ने इससे पहले भी दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा। पहली बार वे 11 हजार वोटों से हारीं तो पिछली बार आप की वंदना से 4500 वोटों से हार गईं थीं। इस बार वंदना को उन्होंने बड़े वोटों के अंतर से हराकर इतिहास रच दिया। इस बार शालीमार बाग सीट से आप की वंदना को 38605 वोट मिले तो रेखा गुप्ता को 68200 वोट मिले।अरविंद केजरीवाल का जन्म हरियाणा के हिसार में साल 1968 में हुआ था। सामाजिक क्षेत्र में आने से पहले अरविंद ने साल 1991 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की थी। 1992 में अरविंद ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के तहत भारतीय राजस्व सेवा में चुन लिए गए थे। उनकी पहली पोस्टिंग दिल्ली के आयकर आयुक्त कार्यालय में हुई थी। अरविंद केजरीवाल ने साल 2006 में अपनी नौकरी छोड़ दी और अरुणा रॉय समेत अन्य साथियों के साथ मिलकर सूचना अधिकार अधिनियम के लिए अभियान शुरु किया।सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। उन्होंने अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली। वह भाषण और वाद-विवाद में हमेशा से आगे रहीं। उन्होंने ऐसी कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार भी हासिल किए थे। सुषमा का विवाह 13 जुलाई 1975 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील स्वराज कौशल से हुआ था। सुषमा दिल्ली की दूसरी सबसे कम दिनों की मुख्यमंत्री रहीं। उनका कार्यकाल 52 दिनों का था। रेखा गुप्ता ने पेश किया सरकार बनाने का दावा |