जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज दिल्ली की बीजेपी सरकार (Delhi’s BJP government) पर भड़क गए हैं। भड़के भी ऐसे कि दिल्ली कई नई नवेली सरकार को जमकर खरी-खोटी सुना दी। दरअसल शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने 17 मार्च को रामलीला मैदान में धरने की परमीशन मांगी थी। हालांकि सरकार ने आवेदन को निरस्त कर दिया। इससे गुस्साए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह प्रजातंत्र में गलत है। गौ भक्तों को मैदान में बैठकर शांति पूर्वक अपनी बात कहने से भी रोका जा रहा है।